आज तकनीक के इस दौर में नई-नई तकनीक ईजाद करके लोग खेती कर रहें है और जमकर पैसा भी कमा रहे हैं। अगर आप भी खेती करने में दिलचस्पी रखते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। अगर आप भी खेती से मोटी कमाई करना चाहते हो तो यह खबर आपके लिए है। आज हम खबर मैं आपको ऐसे उत्पाद की खेती करना बताएंगे, जिससे आपकी कमाई में खूब इजाफा होगा क्योंकि बहुत कम लोग इसे जानते हैं और इसकी खेती कर रहे हैं।
इस कारोबार से जल्द ही बन सकते हैं लखपति ?
जानकारी के मुताबिक इस उत्पाद का नाम है केले के तने के जैविक खाद काफी बार हम केले के तने को बेकार समझ कर खेत में ऐसे ही फेंक देते हैं लेकिन नहीं पता होता कि आखिर वो कितने काम का है। जिस कारण पर्यावरण को नुकसान के साथ-साथ मिट्टी की उपजाऊ शक्ति भी कम होने लगती है। यदि आप केले के तने की जैविक खाद बनाते हैं तो आप एक बेहतर कमाई कर सकते हो आप इसकी खेती करके अपनी कमाई को दुगनी-निगुनी कर सकते हो। दरअसल केले क़े तने सें जैविक खाद बनाने के लिए आपको सबसे पहले जरूरत है एक गड्ढा बनाने की सबसे पहले आपको इसी की जरूरत पड़ेगी फिर उसमें केले के तने को डाला जाता है फिर उसमें गोबर और खर-पतवार को भी डाल दिया जाता है। उसके बाद उसमें डिंक पूजर का छिड़काव किया जाता है इतना करके आप इसको छोड़ दें। फिर कुछ दिनों बाद पौधा खाद के रूप में तैयार होता हुआ आपको दिखेगा, जिसका उपयोग करके किसान अपनी कमाई बनाते हैं। किसी से आप मोटी अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं।
केले के तने की जैविक खाद बनाते हैं तो आप एक बेहतर कमाई कर सकते हो
सरकार भी किसानों को इस तरह के जैविक खाद कों बनाने के लिए इसका उपयोग करने की सलाह देती है और काफी मात्रा में किसान इसका उपयोग ही कर रहें है। जाहिर है अक्सर किसान केले के अवशेष बेकार समझकर खेत में ही छोड़ देती है इससे पर्यावरण खराब तो होता ही है साथ ही मिट्टी की उर्वरक क्षमता को भी नुकसान पहुंचता है। इन हालातों से बचने के लिए किसान बेकार केले के तने सें जैविक खाद बनाकर आप अपना काम बना सकते हो। तों वही किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार समय-समय पर तमाम तरह की योजनाएं लाती रहती हैं जिससे किसानों का भला हो सके। खेती-किसानी रसायनिक उर्वरक रहित हो इसके लिए भी सरकार अपने स्तर पर किसानों को जागरूक करने के लिए ट्रेनिंग मुहैया कराने का काम भी करती है। सरकार किसानों को खेती में रसायनिक उर्वरक की जगह जैविक खाद का इस्तेमाल करने की सलाह देती है जिससे आपको कई तरह के फायदे होंगे। पहला तो इससे जमीन की उर्वरक क्षमता बनी रहेगी और दूसरा लोगों तक प्रदूषण मुक्त अनाज पहुंचेगा और आखरी में इस तरह तमाम तरह की बीमारियों