उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जुबानी हमला करते हुए कहा की भाजपा की सरकार और मुख्यमंत्री की अदूरदर्शिता के कारण और समय पर सही फैसला न लेने की समझ के चलते पुरे प्रदेश और राज्य की राजधानी में कोरोना के वजह से हाहाकार मचा हुआ है। महानगरों में भी हालत बदतर होते जा रहे है। ग्रामीण इलाकों में लाखों लोगो को उनके भाग्य के भरोसे जीने मरने के लिए छोड़ इस बीजेपी की सरकार ने छोड़ दिया है। बीतेचार ही सालों में इस सरकार ने उत्तर प्रदेश को बदहाली के रूप खड़ा कर दिए है इसलिए अब भाजपा की सी सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं बचा है।
अखिलेश ने आगे कहा की उत्तर प्रदेश मेंकरीब एक लाख गांव में रहती है जिसमे कुल आबादी के 70 % लोग गांव में रहते है,और जो गावों से रहते रहते थे वो आज इस कोरोना महामारी के चचलते वो गावोंमें लौट रहे है , ऐसे में गावों में भीड़ तो बढ़ रही है मगर गावो में न तो बेहतर इलाज की व्यवस्था है और न ही जांच की। जो लोग बाहर से गावो में आ रहे है अब उनके लिए रोजी रोटी का भी इंतजाम नहीं है। गावों में अब रोजगार की है।
सपा प्रमुख ने आगे कहा की बयानबजी अपनी जगह है मगर सच्चाई ये है की गेहू खरीदी भी नहीं हो रही है। प्रशासन और प्रबंधन भाजपा सरकार के बस की बात नहीं है, इस सरकार को सिर्फ चुनाव और सत्ता का खेल खेलना आता है। योगी जी को अपनी विभलता मानते हुए अब मुख्यमंत्री पद से हट जाना चाहिए।
अखिलेश यादव ने कोरोना के बढ़ते मामले पर चिंता जताते हुए अपने ट्वीट में लिखा – कोरोना को लेकर भाजपा सरकार द्वारा लगातार झूठा आकड़ा दिया जा रहा है। क्या भाजपा ये समझती है की जनता को अपनी आँख से मौतों का सच नहीं दिख रहा है। भाजपाई झूट से त्रस्तसमाज को आकड़ा की जगह नया
शब्द आंखडाप्रयोग में लाना चाहिए क्योकि आँख के देखे से सच्चा कोई आकड़ा नहीं होता।
