केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ में करीब 10 महीने से ज्यादा वक्त से किसान दिल्ली के बॉर्डर पर धरना दिए हुए हैं। केंद्र सरकार के बनाए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आज 10 घंटों का भारत बंद (BHARAT BANDH) करने का ऐलान किसानों की तरफ से किया गया था। इस 10 घंटे के भारत बंद के ऐलान का मिलाजुला असर देखने को मिला है।
जबरन दुकाने बंद करवा के BHARAT BANDH सफल बनाने की कोशिश
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कई जगहों पर किसानों ने जबरन दुकानें बंद करवाएं तो कहीं ट्रेनों को रोका गया। दिल्ली एनसीआर में भारत बंद (BHARAT BANDH) की वजह से ट्रैफिक जाम सीमित रहा। लेकिन दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में भीषण जाम लगने की वजह से लोगों को भारी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा। ऐसे में हम आपको देश के कुछ अलग अलग जगहों के बारे में बताएंगे कि भारत बंद (BHARAT BANDH) सफल रहा या विफल।
BHARAT BANDH सफल रहा – RAKESH TIKAIT
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि यह भारत बंद (BHARAT BANDH) सफल रहा है। भारतीय किसान यूनियन के मुताबिक किसान आंदोलन राज्यों का आंदोलन बताने वालों के मुंह पर एक भारत बंद (BHARAT BANDH) का तमाचा लगा है। प्रवक्ता राकेश टिकैत के मुताबिक जब तक कि तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे और सरकार एमएसपी पर कानून नहीं बनाती है तब तक कि आंदोलन पूरी तरह से जारी रहेगा। राकेश टिकैत के मुताबिक कृषि कानूनों को वापस होने और एमएसपी पर नया कानून बनने तक आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा।
सरकार से बातचीत को हम है पूरी तैयार – RAKESH TIKAIT
राकेश टिकैत ने बताया कि भारत बंद (BHARAT BANDH) में किसानों के साथ-साथ मजदूर, व्यापारियों , कर्मचारियों यूनियन का भी भरपूर सहयोग मिला है। राकेश टिकैत ने कहा कि हम सब कुछ बंद तो नहीं करना चाहते क्योंकि हमें लोगों की आवाजाही भी बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार बातचीत के लिए पूरी तरह से तैयार हो हम पूरी तरह से तैयार हैं लेकिन कोई वार्ता सरकार से नहीं हो पा रही है।
BHARAT BANDH के समर्थन में आये कई विपक्षी पार्टियां
आपको बता दें संयुक्त किसान मोर्चा ने भारत बंद (BHARAT BANDH) का ऐलान किया था जिसके समर्थन में विपक्षी दल जैसे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी, बीएसपी, सपा, टीडीपी शामिल थे। भारत बंद (BHARAT BANDH) के ऐलान के बाद पंजाब में ट्रेनें रोकी गई। पंजाब और हरियाणा के किसान सबसे ज्यादा इस धरने में शामिल हैं ऐसे में इन दोनों राज्यों के किसानों ने सड़कों को रोक दिया और रेलवे ट्रैक पर बैठकर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी जिससे सामान्य जनजीवन बेहद प्रभावित रहा।
दिल्ली गुरुग्राम बॉर्डर पर रेंगती आयी गाड़ियां
वहीं भारत बंद की वजह से दिल्ली गुरुग्राम बॉर्डर पर सोमवार की सुबह सबसे ज्यादा जाम देखने को मिला। कई घंटों तक गाड़ियां जाम में रेंगती रही। ऑफिस जाने वाले लोगों के लिए मुसीबतों का सामना करना पड़ा। अगर हम बिहार की बात करें तो भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला है। किसानों के इस आंदोलन में आरजेडी समेत पूरे महागठबंधन की ओर से समर्थन था।
हरियाणा में दिखा BHARAT BANDH का अच्छा खासा असर
संयुक्त किसान मोर्चा के ऐलान के बाद हरियाणा के यमुनानगर में अच्छा खासा असर भारत बंद (BHARAT BANDH) का दिखाई दिया। यमुनानगर अंबाला हाईवे पर स्थित टोल प्लाजा पर किसानों ने धरना दिया। किसानों द्वारा रेलवे ट्रैक को रोक दिया गया और जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
BHARAT BANDH के समर्थन में दिग्विजय सिंह भी हुए शामिल
वही मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी भारत बंद का कोई असर नहीं दिख रहा था। यहां पर कुछ छोटे-मोटे विरोध प्रदर्शन जरूर हुए लेकिन भोपाल के करोद मंडी के गेट भारतीय किसान यूनियन के प्रदर्शन में दिग्विजय सिंह भी पहुंचे थे। दिग्विजय सिंह के साथ कई अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भी हाथों में झंडे लेकर पहुंचे।