उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनते ही अपराधियों पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था मुस्तैद रखने के लिए अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन लिए जा रहे हैं। मैनपुरी जेल में बंद हत्या के आरोपी BSP नेता अनुपम दुबे की मुश्किलें अब और बढ़ गई हैं, आरोपी अनुपम दुबे की 9 करोड़ 53 लाख रुपए की संपत्ति को कुर्क करने का आदेश दे दिया गया है। आपको बता दें कि राजस्व विभाग ने अनुपम दुबे उसके भाई अनुराग दुबे और दो सहयोगियों के कुल 19 करोड़ रूपये से ज्यादा की संपत्ति चिन्हित किया है, जिसके बाद जिलाधिकारी ने आरोपियों की संपत्ति को कुर्क करने का आदेश दे दिया है। अब जानकर ताज्जुब होगा कि अनुपम दुबे के खिलाफ एक पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या समेत करीब 46 मुकदमे दर्ज है।
आरोपी अनुपम दुबे के खिलाफ मौत की हत्या का आरोप?
मामला पुराना है 1996 में 14 मई को अनुपम दुबे में ट्रेन में पुलिस इंस्पेक्टर रामनिवास यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके साथ ही अनुपम दुबे के भाई के खिलाफ करीब 10 मुकदमे दर्ज हैं, फिलहाल कुर्क के मामले में प्रशासनिक कार्यवाही की जा रही है। आरोपियों के प्रयोजनों की चल अचल संपत्ति जब्ती करण के बारे में जिला मजिस्ट्रेट को रिपोर्ट भी सौंप दी गई है, आरोपियों की संपत्ति के मामले में नोटिस भेजा गया है। 11 अप्रैल तक सभी को जवाब देने का समय दिया गया है, खबर है अगर निर्धारित समय तक आरोपी जवाब नहीं देते तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नोटिस जारी होने के बाद राजस्व विभाग भी तेजी से जांच में जुट गया है।