पंजाब कांग्रेस में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। कुछ दिन पहले ही पंजाब के मुख्यमंत्री से इस्तीफा दिलाया गया। अमरिंदर सिंह ने अपना इस्तीफा सौंपा जीएसके पीछे हाथ Navjot Singh Sidhu था। इस्तीफे के चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बना दिया जाता है। इस पूरे पंजाब में सियासी उठापटक के पीछे की पूरी खबर हमने आपको बताई थी।पंजाब कांग्रेस में सीएम बदलने के बाद माना जा रहा था की पंजाब खेमे में बवाल खत्म हो जाएगा। लेकिन सीएम बदलने के बाद ही पंजाब कांग्रेसमें बवाल अभी खत्म नहीं हुआ है।
सुपर CM का सपना देख रहे थे Navjot Singh Sidhu
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पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखिया नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उनके इस्तीफे के पीछे माना जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) सुपर सीएम बनने का सपना देख रहे थे। नवजोत सिंह सिद्धू पहले कैप्टन को कुर्सी से उतरवाए फिर जाखड़ व रंधावा को रोक दिया और चन्नी को सीएम बना कर खुद ही उनके कंधे पर बंदूक रखकर चलाना चाहते थे जिसका सपना 5 दिन बाद ही चकनाचूर हो गया है।
अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से हटाने के लिए छेड़ा था अभियान
चन्नी ने न नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के कहने पर पंजाब का डीजीपी बनाया और न ही विभाग बांटे। आपको बता दें पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह को कुर्सी से हटाने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू ने एक अभियान छेड़ रखा था जिसमें वह सफल भी हुए थे। नवजोत सिंह सिद्धू जब खुद प्रधान बने तो कैप्टन को कुर्सी से हटवा दिया लेकिन उनके पक्ष में विधायक खड़े नहीं हुए क्योंकि सिद्धू पीपीसीसी प्रधान बन कर अपनी छवि नहीं बना पाए हैं।
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मुख्यमंत्री के नामों पर भी अड़ गए थे Navjot Singh Sidhu
अब ऐसा माना जा रहा है कि पंजाब को लेकर कुछ फिर नया उलटफेर हो सकता है। सीएम बनाने को लेकर कई बवाल हुए। सबसे पहले हाईकमान सुनील जाखड़ को सीएम बनाने की तैयारी कर रहा था लेकिन सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को पता था कि जाखड़ उनके रिमोट से नहीं चलेंगे और इसलिए उन्होंने सुनील जाखड़ के सीएम बनाने की तैयारियों का विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम सामने आता है लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू के नाम को लेकर भी अड़ गए। इसके पीछे की वजह यह थी कि सुखजिंदर सिंह रंधावा बेहद तेज तर्रार नेता है और सिद्धू ने उनका विरोध किया।
Navjot Singh Sidhu के हिसाब से नहीं बांटे गए मंत्रियों के विभाग
इन दोनों नामों के विरोध के बाद आखिरकार चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर हाईकमान लगा देती है। पहले 2 दिन तक सिद्धू ने चन्नी को अपने तरीके से चलाने की कोशिश की जिसमें वह कुछ हद तक सफल भी रहे। पंजाब के मुख्यमंत्री ने सरकार में सभी नए मंत्रियों को विभाग सौंपा जिसमें सिद्धू ने रंधावा को गृह विभाग देने का पुरजोर विरोध किया। लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू के भारी विरोध के बावजूद रंधावा को सीएम चन्नी ने गृह विभाग दे दिया।
Navjot Singh Sidhu सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को डीजीपी बनाना चाहते थे।
इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को डीजीपी बनाने के लिए पूरा जोर लगाए लेकिन चन्नी ने यहां भी उनकी नहीं सुनी और इकबाल प्रीत को डीजीपी बना देते हैं। ऐसा माना गया कि अगर सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को DGP बनाने से चन्नी ने मना किया क्योंकि चन्नी अगर चट्टोपाध्याय को डीजीपी की कुर्सी पर बैठा देते तो पंजाब पुलिस अधिकारियों में जबरदस्त गुटबाजी होने लगती।
पंजाब चुनाव से पहले कांग्रेस का कलह क्या सुलझा पाएंगे राहुल सोनिया ?
नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) जो सपना देखकर अमरिंदर सिंह की कुर्सी खाली कराई थी वह सपना उनका धीरे-धीरे चकनाचूर होने लगा है। इसी को लेकर सोमवार रात को नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने फैसला लिया कि वे पार्टी प्रधान के पद से इस्तीफा दे देंगे। आने वाले कुछ महीने के बाद ही पंजाब में चुनाव होना है और इस तरह से कांग्रेस में गुटबाजी आने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के लिए बिल्कुल भी शुभ संकेत लेकर नहीं आ रही है। क्या राहुल गांधी और सोनिया गांधी कांग्रेस में हो रही सियासी हलचल को लेकर कोई मंथन करेंगे या फिर चुनाव में यही अपनी नकारात्मक छवि को लेकर मैदान में आने वाले है?
1 thought on “Navjot Singh Sidhu बने लेजर गाइडेड मिसाइल, पंजाब कांग्रेस में नहीं सुलझी कुर्सी की गुत्थी, इस्तीफे का दौर जारी, पंजाब कांग्रेस का पूरा राजनितिक विश्लेषण।”