NDA की तरफ से द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना दिया गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोषणा की है और उसी के साथ पहली बार किसी महिला आदिवासी उम्मीदवार को वरीयता दी गई है। परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार वृद्धि के साथ मई तक मत्स्य पालन पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री के पद पर कार्यरत रही थी। इसके अलावा साल 2000-2004 में उड़ीसा की पूर्व मंत्री और रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से द्रौपदी विधायक भी रही हैं। द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी बनी थी द्रौपदी मुर्मू ने शिक्षक के रूप में काम किया है। वों पार्षद और फिर विधायक बनी सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तरह द्रौपदी मुर्मू लंबे समय से शिक्षा के क्षेत्र में जुड़ी रही हैं और लंबे समय तक विधायक और मंत्री पद पर रही हैं। उन्होंने ऑडिटर सरकार के परिवहन और अन्य विभाग को संभाला है और 2007 में विधायक के लिए नीलकंड पुरस्कार भी जीता है।
NDA की द्रौपदी मुर्मू तों वही, विपक्ष के यशवंत सिन्हा बनें राष्ट्रपति प्रत्याशी
आपको बता दें इसी कड़ी में विपक्ष द्वारा भी पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है। विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सेना अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में वित्त मंत्री और विदेश मंत्री रह चुके हैं। राजनीति में आने से पहले वों 24 वर्षों तक आईएएस अधिकारी भी रह चुके हैं। जॉन सीना ने विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर अपने नाम का ऐलान होने से पहले ट्विटर पर इसका संकेत भी दे दिया था। उन्होंने ट्वीट किया था कि ममता बनर्जी ने TMC में जों उन्हें आदर सम्मान दिया उसके लिए आभारी हैं लेकिन अब समय आ गया है कि देश स्तर के बड़े काम के लिए पार्टी से खुद को अलग कर विपक्षी एकता के लिए काम किया जाए। उन्होंने ट्वीट में उम्मीद जताई थी कि ममता बनर्जी उनके कदम को मंजूरी देगी।