एक तरफ जहां प्रदेश के कई जगहों से खबरे आती रहती है की समय से ऑक्सीजन , और दवाई न मिलने की वजह से मरीज की जान चली गई, तो कही से खबरे आती है अस्पताल में बेड्स नहीं मिला तो कही समय से एम्बुलेंस नहीं मिली। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बयान देते है की सब कुछ ठीक है। सीएम योगी आज पीएम मोदी की संसदीय क्षेत्र वाराणसी कोरोना संक्रमण की समीक्षा करने गए हुए थे। 750 बेड्स का अस्पताल डीआरडीओ द्वारा बीएचयू में बनाया गया है जिसकी समीक्षा करते समय योगी ने कहा की पुरे प्रदेश में संक्रमण के मामले में कमी आ रही है ,एक्टिव केसेस भी कम हो रहे है और प्रदेश सरकार इस महामारी में हर स्तर से डट कर मुकाबला कर रही है , वही तेजी से रिकवरी दर में सुधर हो रहा है।
योगी ने मीडिया से बात चित के दौरान बताया की प्रदेश में 24 अप्रैल को एक दिन में सबसे ज्यादा 38 हजार केसेस दर्ज हुए थे जो अब घटकर 23 हजार हो गया है। बनारस जिले और बनारस मंडल में कोरोना संक्रमण दर भी तेजी सुधरा है। डीआरडीओ द्वारा निर्मित अस्थाई अस्पताल से लोगो को बड़ी मदद मिलेगी और बनारस के आस पास के इलाके में रहने वाले लोगो को के लिए इससे राहत मिलने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने आगे मिडिया को बताया की अगर दूसरी लहार की बात करे तो ये पहली लहार से ज्यादा खतरनाक और उससे ज्यादा तेजी से फैलता है। इसके संक्रमण बढ़ने के साथ साथ पुरे प्रदेश में ऑक्सीजन , बेड्स ,दवाई की भरी मात्रा में तेजी से डिंमांड बढ़ी थी। उन्होंने बताया की केंद्र सरकार की सहयोग और प्रयास से ऑक्सीजन एक्सप्रेस ही नहीं बल्कि वायु सेना की मदद से सभी डिमांड को पूरी करने में सफलता मिली है। योगी ने बताया की प्रदेश के अलग – अलग इलाको में करीब एक हजार मैट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही रही है।
योगी ने आगे कहा की प्रदेश में टीकाकरण अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है। पुरे प्रदेश में करीब 4500 टीकाकरण केंद्र बनाये गए है। उन्होंने के कहा की प्रदेश में अभी दो स्वदेशी वैक्सीन का इस्तेमाल टिका के लिए किया जा रहा है जबकि एक विदेशी वैक्सीन भी आने वाली है। पुरे यूपी में अब तक 45 से ज्यादा उम्र के 1 .37 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है जबकि एक लाख से अधिक संख्या 18 से ज्यादा उम्र वालो की है जिन्होने टिका लगवा लिया है। योगी आदित्यनाथ ने लोगो को आगे आकर टिका लगवाने की अपील भी की,कहा लोगो को अब स्वयं आगे आकर टिका लगवाना चाहिए।