उत्तर प्रदेश में जल्द होने जा रहा है, बड़ा उलटफेर समाजवादी पार्टी गठबंधन में पड़ने वाली है दरार। समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी सुप्रीमो शिवपाल यादव हो जाएंगे जुदा। भूल जाएगा उत्तर प्रदेश में चाचा भतीजे का मजबूत बॉण्ड जी हां उत्तर प्रदेश की सियासी गलियारों में इन दिनों कुछ इसी तरह का शोर सुनाई दे रहा है। बताया जा रहा है विधानसभा नतीजे घोषित होने के बाद से ही चाचा शिवपाल यादव और भतीजे अखिलेश यादव के बीच दूरियां बढ़ती जा रही है। और यह भी कहा जा रहा है, कि ये दूरियां इतनी बढ़ गई है कि कब शिवपाल यादव ने खुद को समाजवादी पार्टी गठबंधन से जुदा करने का मन बना लिया है। और अगर वाकई ऐसा 2024 के आम चुनाव से पहले यें अखिलेश यादव के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है, इस बीच एक और ऐसी चर्चा जोर पकड़ रही है। जिसने समाजवादी पार्टी सुप्रीमो के माथे पर बल डाल दिए होंगे, बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी शिवपाल यादव को उत्तर प्रदेश विधानसभा में डिप्टी स्पीकर का पद दे सकती है। इस बात ने उन हवाओं को और पुख्ता किया है, जिसमें यह कहा जा रहा था कि शिवपाल यादव इन दिनों लगातार बीजेपी के कुछ बड़े चेहरों के संपर्क में है।
शिवपाल यादव क्यों बना दिए जाएंगे डिप्टी स्पीकर?
लगातार ऐसी चर्चा बनी हुई थी, शिवपाल यादव जल्द ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इसे लेकर शिवपाल यादव की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक पंडितों का कहना सपा पार्टी से पहले ही अलग हो चुके अपनी अलग पार्टी बना चुके शिवपाल यादव खुद को अभी भी कटा कटा सा महसूस करते हैं। पिछले दिनों समाजवादी पार्टी के विधायक दल की बैठक में ना बुलाए जाने को लेकर भी उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की थी, हालांकि उसके बाद 29 मार्च को जब उन्हें बुलावा भेजा गया था। और उस बैठक से उन्होंने खुद दूरी बनाए रखी थी, इस बीच उनके डिप्टी स्पीकर बनाए जाने की चर्चाओं ने कहीं ना कहीं इस बात को बल दिया है कि भारतीय जनता पार्टी 2024 के चुनाव से पहले खुद को मजबूत करने और विरोधी दल समाजवादी पार्टी को कमजोर करने का कोई मौका नहीं छोड़ेगी। ऐसे में कहा जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी शिवपाल यादव का कद बढ़ाकर समाजवादी पार्टी खेमे के दूसरे चेहरों को भी संदेश देना चाह रही है। खैर उत्तर प्रदेश की सियासी गलियारों में जारी इस तरह की चर्चाओं में अगर वाकई दम है, और शिवपाल यादव अगर वाकई डिप्टी स्पीकर बनाए जाते हैं। तो उन्हें सदन में नेता प्रतिपक्ष यानी अखिलेश यादव के नजदीक सीटिंग दी जाएगी, कहां जा रहा है इस बात का ऐलान भी जल्द ही कर दिया जाएगा।