समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव नें यह तंज सीएम योगी को गोरखपुर से टिकट मिलने कसा है।बीजेपी नें यूपी के लिए उम्मीदवारों की जो लिस्ट जारी की है उसके मुताबिक मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ अपने ग्रह नगर गोरखपुर से चुनाव लड़ेंगे। इसे लेंकर अखिलेश यादव क्या कह रहे हैं। जहा तक चुनाव सवाल लड़ने का है. कभी कहते थे मथुरा से लड़ेंगे कभी कहते थे अयोध्या से लड़ेंगे कभी कहते थे प्रयागराज से लड़ेंगे। कभी कहते थे देवन से लड़ेंगे मुझे खुशी है इस बात की है कि भारतीय जनता पार्टी ने पहले ही उन्हे अपने घर भेज दिया। हालांकि वह कल से गोरखपुर में है टिकट पहले बुक कराई थी उन्होंने 11 तारीख की अब मुझे लगता है गोरखपुर में ही उन्हें रहना पड़ेगा, अब गोरखपुर से वापस आने की उन्हें जरूरत नहीं है, उनको बहुत-बहुत बधाई। इसी बात को लेकर योगी आदित्य नाथ के ऑफिस वाले ट्विटर हैंडल से अखिलेश यादव पर जोरदार पलटवार किया गया है। ट्विटर पर लिखा सुनो बबुआ, 25 करोड़ प्रदेशवासियों को परिवार मानने वाले मुख्य मंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी महाराज के लिए समूचा प्रदेश ही उनका घर है। और यहां प्रदेशवासियों 10 मार्च को उन्हें पुनः अपना अभिभावक भी घोषित करने जा रहे हैं। तुम्हारा क्या होगा बबुआ, तुम तो ना घर के रहोगे ना घाट के।

भाजपा के गढ़ से चुनाव लड़ेंगे सीएम योगी!
गोरखपुर को बीजेपी का गढ़ माना जाता है, 1967 से अब तक हुए चुनावों में इस सीट पर बीजेपी कभी नहीं हारी है। पिछले चार चुनावों से 2002, 2007, 2012 और 2017 मे राधा मोहन दास अग्रवाल विधायक बनते आ रहे हैं।लेकिन इस बार उनका टिकट काट दिया गया है, गोरखपुर शहर सीट से सीएम योगी आदित्य नाथ को चुनाव लड़ाकर बीजेपी की कोशिश गोरखपुर बस्ती मंडल की 41 सीटों पर जीत पक्की करना है। 2017 के चुनावों में 41 में से 37 सीटों पर बीजेपी जीती थी। गोरखपुर जिले की 9 सीटों में से 8 पर बीजेपी जीती थी 2017 की जीत को दोहराने की जिम्मेदारी अब योगी आदित्यनाथ के कंधों पर होगी। अपने कार्यकाल के दौरान 42 बार अयोध्या का दौरा करने वाले सीएम योगी आदित्य नाथ को बीजेपी ने अयोध्या से टिकट न देकर गोरखपुर शहर से टिकट दिया। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह अयोध्या में चल रहे निर्माण कार्यों को लेकर लोगों की नाराजगी बताई जा रही है, कहीं जमीन अधिग्रहण को लेकर गुस्सा है तो कही दुकान खाली कराए जाने को लेकर यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ पूरे आया कमान ने मथुरा का मुद्दा उठाया।

लेकिन आला कमान ने योगी आदित्य नाथ की जगह मथुरा से ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को ही उम्मीदवार बना दिया है। मथुरा से ब्राह्मण बहुमत सीट है और यहां से कांग्रेस के प्रदीप माथुर चार बार विधायक रहे हैं। 2017 में प्रदीप माथुर को ही श्रीकांत शर्मा ने हराकर कमल खिलाया था, पूरा गणित देखा जाए तो गोरखपुर ही योगी के लिए मुफीद सीट मानी जा रही है। बीजेपी एक बार योगी को गृह नगर की सीट से लड़कर यूपी में भगवा लहराने की तैयारी में है।