उत्तर प्रदेश के ललितपुर में थाने के अंदर गैंगरेप पीड़िता का दुष्कर्म करने के आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज को प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया गया है। आपको बता दें तिलकधारी सरोज पर ललितपुर के पाली थाने के अंदर नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप है मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस इंस्पेक्टर तिलकधारी फरार हो गया था। उसे निलंबित भी किया जा चुका है, आरोप है कि पाली थाने क़े SHO तिलकधारी सरोज ने किशोरी को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था इस दौरान उसने थाना परिसर में बने अपने कमरें में किशोरी से दुष्कर्म किया। SP नें आरोपी थाना अध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया है इसके साथ ही पूरा थाना लाइन हाजिर कर दिया गया है। दूसरी तरफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नें उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर 4 हफ्ते के अंदर रिपोर्ट मांगी है। SHO तिलकधारी पर आरोप है कि ज़ब 13 साल की नाबालिक 4 लड़कों के द्वारा गैंगरेप की शिकायत दर्ज कराने आई थी तब तिलकधारी ने उसके साथ दुष्कर्म किया है।
आरोपी SHO गिरफ़्तार विपक्ष के निशाने पर CM योगी ?
इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री अखिलेश यादव बुधवार को ललितपुर पहुंचे और रेप पीड़िता के साथ ही उसके परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा उन्नाव में सरकार ने मदद कर दी और नर्स फांसी पर लटक गई। इस परिवार को तो मदद मिलनी चाहिए साथ ही सुरक्षा भी मिलनी चाहिए सुरक्षा नहीं मिलेगी तो परिवार न्याय की लड़ाई कैसे लड़ेगा। आपको बता दें कि ललितपुर में नाबालिक से रेप के आरोपी इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस नें उनसे पूछ-ताछ की है, इसके बाद एडीजी जोन प्रयागराज प्रेम प्रकाश के सामने उसे पेश किया गया। पेश होने से पहले आरोपी इंस्पेक्टर ने मीडिया से कहा कि वो पूरी तरह से निर्दोष हैं और उसे झूठा फंसाया जा रहा है। आरोपी इंस्पेक्टर ने कहा अगर इस मामले में निष्पक्ष जांच होगी तो वो दोष मुक्त होगा तो वही आरोपी इंस्पेक्टर की पत्नी संगीता सरोज ने भी पति के ऊपर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है। पत्नी ने कहा कि आरोप लगाने वाली नाबालिग का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है पुलिस अधिकारियों पर उन्हें भरोसा है, वो कानूनी मदद के लिए पति के साथ प्रयागराज आई थी जहां से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।