भारतीय रुपए में लगातार गिरावट जारी है. विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया आज कमजोरी के साथ खुला है। मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रूपया 24 पैसे की कमजोरी के साथ 70 रूपये 69 पैसे के स्तर पर खुला है। वही शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रूपया 3 पैसे की कमजोरी के साथ 77 रूपये 45 पैसे के स्तर पर बंद हुआ था। सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के चलते कारोबार बंद रहा था, डॉलर में कारोबार काफी समझदारी से करने की जरूरत होती है वरना निवेश पर असर पड़ सकता है। आपको बता दें कि रुपया में गिरावट को थामने के लिए अब सभी उम्मीदें आरबीआई पर टिक गई है। सवाल उठता है कि क्या आरबीआई रुपए को और गिरने से रोकने के लिए डॉलर की बिकवाली करेंगा क्योंकि रुपए को नहीं थामा गया तो रुपए में गिरावट के चलते लोगों पर महंगाई की और मार पड़ सकती है आयात महंगा हो सकता है। कई जानकारों के मुताबिक आने वाले दिनों में 1 डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होकर 80 रूपये प्रति डॉलर तक गिर सकता है।
Dollar vs Rupee डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर रुपया
दरअसल अमेरिका में बढ़ती महंगाई कें मद्देनजर सेंट्रल रिजर्व बैंक ब्याज दरें बढ़ाने का फैसला लेता है तों भारत जैसे इमर्जिंग मार्केट से निवेशक पैसा निकाल सकते हैं। जिससे रुपए और कमजोर हो सकता है. रूपया इस समय वैश्विक कारणों के साथ-साथ घरेलू कारणों के चलते भी गिर रहा है। शेयर बाजार में गिरावट तों एक कारण है ही ब्याज दरों में बढ़ोतरी के ग्लोबल रुझान के बीच विदेशी फंड की तरफ से बिकवाली जारी रहने से भी रुपए पर दबाव पड़ा है। कच्चा तेल महंगा होने और करेंसी के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने से रुपए कमजोरी के दायरे में नजर आ रहा है। रुपए की कीमत इसकी डॉलर की तुलना में मांग और आपूर्ति से तय होती है. देश के आयात और निर्यात का भी असर पड़ता है। हर देश अपनी विदेशी मुद्रा का भंडार रखता है इससे वह देश की इससे वह देश की आयात होने वाले सामान्य का भुगतान करता है। हर हफ्ते रिजर्व बैंक इससे जुड़े आंकड़े जारी करता है. विदेशी मुद्रा भंडार की स्थिति क्या है और उस दौरान देश में डॉलर की मांग क्या है इससे भी रुपए की मजबूती या कमजोरी तय होती है।