डिफेन्स न्यूज़ : दुनिया के कुछ गिनती के देश है जिनके पास खुद का बनाया हुआ एयरक्राफ्ट कैरियर है। भारत भी उन चुनिन्दा देशो में शुमार हो गया है। यह हमारी नौ सेना को और भी मजबूती देगा और यह भारत का दूसरा एयरक्राफ्ट है। 1st एयरक्राफ्ट जो हमने रूस से $2.35 बिलियन का परचेज किया था , जिसका नाम INS VIKRAMADITYA जो भारत के द्वारा 16 November 2013 को कमीशन किया गया था।
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भारत के लिए क्यों ख़ास है INS VIKRANT एयरक्राफ्ट कैरियर ?
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देश के पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट IAC 1 ( Indigenous Aircraft Carrier 1 )जो INS विक्रांत के नाम से जाना जाता है। और यह बुधवार को sea ट्रायल के लिये उतार दिया गया है। जिससे हमारा पूरा देश गौरववान्तित महसूस करता है । नौ सेना के अनुसार बताया गया है, इसमें कुल लागत ₹23,000 crore (US$3.2 billion) लगी है जिसका कुल लम्बाई 262 मीटर (859.58 फ़ीट) , चौड़ाई 62 मीटर , डेप्थ 25.6 मीटर , स्पीड 30 knots(56km/h) और जिसका मोटो “जयेम सं युधि स्पृध:” तथा कुल भार 40000 टन है जिसमे भारत के 70 % चीजों का प्रयोग किया गया है I जो भारत के कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा बनाया गया है |
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जानिये किन देशो के पास सबसे ज्यादा एयरक्राफ्ट कैरियर है
अगर हम समुद्र की इस नीली दुनिया की बात करें तो अमेरिका 11 एयरक्राफ्ट के साथ पहले स्थान पर है उसके बाद यूनाइटेड किंगडम, इटली तथा चीन के पास दो – दो एयरक्राफ्ट है I तथा स्पेन , रूस , थाईलैंड , फ्रांस और भारत के पास एक – एक एयरक्राफ्ट है | जो की ऑपरेशनल है |
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जानिए कौन-सा है दुनिया का सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट कैरियर ?
वैसे अगर हम दुनिया की सबसे बड़े एयरक्राफ्ट की बात करें तो USS Nimitz(CVN-68) है , जिसका वजन 100020 टन तथा लम्बाई 332.8 मीटर है I तथा भारत का एयरक्राफ्ट INS विशाल जो अभी अंडर कंस्ट्रक्शन है जिसका कुल भार 65000 टन है, जो आईएनएस विक्रांत या आईएनएस विक्रमादित्य से बड़ा है | यह भी भारत कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा बनाया गया है जो 2030 में कमीशन करने की बात की जा रही है I
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