आज भारत की ताकत दुनिया देखेगी और चीन और पाकिस्तान थर-थर कापेंगे। क्योंकि भारत अपनी परमाणु संपन्न महा मिसाइल अग्नि 5 का परीक्षण करने जा रहा है।
अग्नि-5 से घबराया चीन-पाकिस्तान!
विषय सूची
जिसकी क्षमता 5,000 से 8,000 किलो मीटर होंगी, और अग्नि कि इस रेंज पर विवाद हो गया है। मीडिया की मानें तो इस पर चीन की सरकार विरोध जता रही है। कि भारत इस परमाणु मिसाइल अग्नि की रेंज क्यों नहीं बता रहा है। इस खबर पर मिसाइल की जानकार कह रहे हैं, कि अग्नि 5 से चीन और पाकिस्तान थर-थर काप रहे है। क्योंकि इसमें साइड की रेंज में पूरा चीन आ गया है, उड़ीसा के तथ से ज़ब भारत अग्नि 5 उड़ान भरेगी। तब इसके सफल होते ही भारत 8 चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा। जिनके पास परमाणु सक्षम मिसाइल है, और इसी वजह से पाकिस्तान और चीन घबरा रहे हैं।
चीन ने जताया भारत के परमाणु हथियार अग्नि-5 का विरोध!
अब हम बताते हैं क्यों अग्नि-5 से डरा है, पाकिस्तान और चीन अग्नि 5 मिसाइल से डरा चीन परमाणु मिसाइल को लेकर जताया विरोध विरोध में शामिल हुआ पाकिस्तान अग्नि-5 न्यू क्लियर हथियारों से लैस मिसाइल भारत की पहली इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है अग्नि-5 इस मिसाइल की रेंज 5000 से 8000 किलोमीटर मानी जा रही है। एक साथ डेढ़ टन तक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम स्पीडी 24 मैक यानी आवाज की स्पीड से 24 गुना तेज कैनिस्टर तकनीकी वजह से आसानी से ट्रांसपोर्ट की जा सकती है। जानकारी देते चले अग्नि-5 सीरीज की यह पांचवी मिसाइल है और इसकी उड़ान ने हर बार देश का मान बढ़ाया है। एक दिलचस्प बात आपको बताते चलें कि इस बार आसमान में भारत की मिट्टी की खुशबू महकेगी। क्योंकि इसे (DRDO) ने तैयार किया है, अगर टेस्ट सफल रहा तो पूरी दुनिया में भारत की धाक जमेगी। भारत उन चुनिंदा 8 देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा जिनके पास इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस, इजराइल, चीन, और उत्तर कोरिया शामिल है। और इसी वजह से चीन परेशानी में है, क्योंकि भारत चीन की बराबरी कर लेगा। अगर अब कोई भी विवाद हुआ, तो भारत इसका मुंहतोड़ जवाब देगा।
अग्नि-5 की मिसाइल में क्या कुछ है खास!
जानकारों की माने तो इस मिसाइल को अगर भारत दागता है, तब वह पूरे एशिया, यूरोप, अफ्रीका के कुछ हिस्सों तक पहुंच सकती है। इस मिसाइल की सबसे खास बात है इसकी (MIRV) यानी मल्टीपल इंडिपेंडेंट रीएंट्री व्हीकल इस तकनीक में मिसाइल के ऊपर लगाए जाने वाला वार हेड में एक हथियार के बजाय कई हथियार लगाए जा सकते हैं। अब आप समझ सकते हैं पाकिस्तान और चीन क्यों विरोध कर रहे हैं और उसका कारण क्या है। इसके साथ-साथ अगर यह टेस्ट सफल हुआ। तो आज पूरा भारत जश्न मनाएगा।