उत्तर प्रदेश में इन दिनों उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश सें बाहुबली माफियाओं का सूपड़ा साफ कर रहे हैं। इसी कड़ी में हाल ही में अतीक अहमद के बेटे असद का एनकाउंटर किया जाता है। उसके बाद अशरफ और अतिक कों मेडिकल चेकअप के लिए प्रयागराज के सरकारी कॉल्विन अस्पताल लें जाने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी जाती है।
हत्या या इनकाउंटर अतीक-अशरफ ?
विपक्ष अतीक अशरफ की हत्या को लेकर बीजेपी सरकार प्रयागराज पुलिस प्रशासन पर जमकर हल्ला बोल रही है। अतीक अशरफ को मेडिकल चेकअप के लिए जिस अस्पताल में ले जाया गया वहा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बयान दिया कि पुलिस प्रशासन ने उन्हें इतना नहीं किया था कि अतीक अशरफ को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल लाया जा रहा है। जबकि ठीक एक दिन पहले जब अतीक और अशरफ को इसी अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए लाया गया था तब पुलिस नें 15 – 20 मिनट पहले कॉल्विन अस्पताल अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी थी।
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कब होगा एक्शन
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी दावा करते हैं , कि उनकी पार्टी बीजेपी पेशेवर अपराधियों को टिकट नहीं देती है। मगर उनकी ही पार्टी बीजेपी में एक से एक बढ़कर बाहुबली माफिया भरे – पड़े हैं। इन्हीं माफियाओं में से एक हैं कैसरगंज के बाहुबली सांसद और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह जिन पर अभी हाल ही में ओलंपिक मेडलिस्ट खिलाड़ियों ने शोषण का आरोप लगाया है। कैसरगंज सांसद पर हत्या , जमीन हड़प जैसे कई सारे अपराधिक मामले दर्ज है लेकिन योगी सरकार इनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रही है।