देश की 3 लोकसभा सीटों और विधानसभा की 7 सीटों के उपचुनावों कें लिए वोटिंग जारी है। लोकसभा की जिन तीन सीटों के लिए मतदान हो रहा है उसने उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और रामपुर जबकि पंजाब की एक सीट संगरूर के लिए मतदान किया जा रहा है। यें तीनों ही सीटें ऐसी हैं जिन पर मुकाबला बेहद रोमांचक बना हुआ है। खासतौर से बात अगर उत्तर प्रदेश के रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीटों की करें तो यें बीजेपी और समाजवादी पार्टी के लिए सिर्फ हार और जीत का मुकाबला नहीं बल्कि उनकी सियासी साख का मुकाबला बना हुआ है।
रामपुर में कौन किस पर है भारी सपा या बीजेपी
विषय सूची
रामपुर सीट आजम खान कें इस्तीफे की वजह से खाली हो गई थी, इस सीट पर मुकाबले में सपा की ओर सें आजम खान के ही करीबी हाशिम रजा मैदान में है तों वही उन्हें टक्कर देने के लिए बीजेपी की ओर से घनश्याम सिंह लोधी कों मुकाबले में उतारा गया है। घनश्याम सिंह लोधी पूर्व एमएलसी भी रहे हैं। यें सीट जितना बीजेपी के लिए एक बड़ा चैलेंज है. क्योंकि यें सपा के कद्दावर नेता आजम खान का वों मजबूत गढ़ है जिस पर उनकी जबरदस्त पकड़ रही है। 2019 में इसी सीट से उन्होंने बीजेपी की स्टार फेस रही जया प्रदा को मात दी थी। लिहाजा पिछले कुछ दिनों से सुपर हॉट सीट को जीतने के लिए बीजेपी एड़ी चोटी का जोर लगाती हुई देखी गई है अगर बीजेपी सीट को निकाल पाने में कामयाब रहती है तों इसे उसके लिए बड़ी सफलता माना जाएगा।
आजमगढ़, में कौन किस पर है भारी सपा, बसपा या बीजेपी
बात उत्तर प्रदेश की दूसरी हॉट सीट आजमगढ़ की करें तों यें भी सपा का ही मजबूत गढ़ माना जाता है। 2019 के चुनाव में मोदी लहर के बावजूद सपा आजमगढ़ सीट को जीतने में सफल रही थी। यहां पर मुकाबला दो नहीं बल्कि तीन दलों सपा, बसपा और बीजेपी के बीच माना जा रहा है. इस सीट पर सपा नें सैफई परिवार से ही धर्मेंद्र यादव को मैदान में उतारा है, जबकि BJP ने मुकाबले में एक बार फिर से भोजपुरी सुपरस्टार और यादव फेस दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ कों मैदान में उतारा है। जबकि बसपा ने एक मुस्लिम देश के तौर पर गुड्डू जमाली पर दांव लगाया है। आजमगढ़ में करीब 26 फ़ीसदी यादव वोंटर्स में जबकि मुस्लिम यहां दूसरा बड़ा वोट बैंक है. वही राजभर मतदाताओं की संख्या आजमगढ़ में करीब 80 हजार के आसपास है। यें तीनों वोट बैंक मिलकर यहां पर उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करते आये है, ऐसे में सपा बीजेपी के यादव फेस और बसपा की मुस्लिम फेस के बीच मुकाबला रोमांचक बना हुआ है।
संगरूर सें कौन कौन किस पर है भारी आप, कांग्रेस या बीजेपी
बात अगर संगरूर की करें तो यें सीट भगवंत मान के इस्तीफे की वजह से खाली हुई थी, इस सीट सें वों लगातार दो बार साल 2014 और साल 2019 में सांसद चुने गए थे। इसे आम आदमी पार्टी की जबरदस्त पकड़ वाली सीट माना जाता है, यहां से आम आदमी पार्टी में संगरूर कें ही जिला प्रभारी गुरबेल सिंह को मैदान में उतारा है। इस सीट पर कांग्रेस से दलवीर सिंह गोल्डी मुकाबले में है तो वही बीजेपी ने केवल ढिल्लों पर दांव लगाया है। जिन्होंने हाल ही में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी, पंजाब में आम आदमी की सरकार बनने के बाद पार्टी यहां आपने पहले बड़े मुकाबले का सामना कर रही है। बात विधानसभा उपचुनाव की करें तो दिल्ली के राजिंदर नगर, झारखंड और अन्य कई जगहों पर वोटिंग की जा रही है इन चुनाव के नतीजे 26 जून को जारी होंगे।