बैडमिंटन में भारत के लिए कांस्य पदक का मुकाबला पीवी सिंधु और चीन की Bing Jiao के बीच खेला गया। इस मुकाबले में भारत की बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु शानदार खेल दिखाते हुए न सिर्फ मैच में जीत हासिल की बल्कि भारत को ओलंपिक में दूसरा मेडल दिला दिया है।
सिंधु का ये ओलंपिक खेलों में भारत के लिए दूसरा मेडल है।
ये सिंधु का दूसरा ओलंपिक मेडल है। रियो ओलंपिक 2016 में सिंधु ने रजत पदक जीता था। भारत की दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी भले ही गोल्ड मेडल नहीं जीता पाई। लेकिन कांस्य मेडल जीतने में वो सफल रही। सिंधु ने दोनों सेटों में चीन की शटलर क़ो 21- 13 और 21- 15 से हराकर इतिहास रचा। सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतकर ऐतिहासिक कमाल दिखाया है। भारत की तरफ से इकलौती महिला खिलाड़ी बन गई है। जिन्होंने भारत को दो ओलंपिक मेडल जिताया है।
टोक्यो ओलिंपिक 2020 में भारत क़ो मिला दूसरा मेडल।
सिंधु के पदक जीते ही टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत को दो मेंडल मिल गए हैं। इससे पहले मीराबाई चानू ने भारत को वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल दिलाया था। इस मुकाबले में शुरुआत से ही सिंधु नें बाढ़त बनाकर रखी थी। इस मैच में सिंधु पिछली गलतियां नहीं दोहरा रही थी। एक समय सिंधु 7- 5 से आगे चल रही थी। इसके बाद चीनी खिलाड़ी ने वापसी की कोशिश की और इसको को 11-8 कर दिया था। एक समय स्कोर 1-11, 1-11 तक पहुंच गया था। इसके बाद सिंधू ने जबरदस्त वापसी की और शानदार खेल दिखाकर विरोधी खिलाड़ी को खूब परेशान किया। और स्कोर 17- 14 तक ले गई। आखिरकार दूसरा सेट 21- 15 से जीतकर इतिहास रच दिया। आपको बता दें इससे पहले सेमीफाइनल मुकाबले में विश्व की नंबर 1 शटलर चीन की ताइपे की ताई जू यिंग के सामने सिंधु क़ो हार का सामना करना पड़ा था। इसके साथ पीवी सिंधु का और 130 करोड़ भारतीयों का गोल्ड मेडल जीतने का सपना टूट गया था।