उत्तर प्रदेश में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है। 37 साल बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि उत्तर प्रदेश में कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में आई हो। इसी के साथ यह तय हो गया कि योगी आदित्य नाथ उत्तर प्रदेश की कमान संभालेंगे, तो वही इस बार सरकार बनाने का ख्वाब देख रहे अखिलेश यादव का सपना सपना ही रह गया। चुनाव के दौरान कुंडा सीट काफी चर्चा में रही जहां से जनसत्ता दल लोक तांत्रिक के रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और समाजवादी पार्टी के गुलशन यादव चुनावी मैदान में थे। अब यहां से राजा भैया ने जीत दर्ज की है और सातवीं बार जीतकर वो विधान सभा पहुंचे हैं। राजा भैया ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार गुलशन यादव को हराया है, राजा भैया ने 1993 से राजनीति शुरू की और वो लगातार विधानसभा पहुंचते रहे।
कुंडा सीट से एक बार फिर जीते रघुराज प्रताप?
2017 के उत्तर प्रदेश चुनाव में रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जानकी शरण को हराया था। रघुराज प्रताप सिंह को 69.3 प्रतिशत वोट मिले थे, रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया कुंडा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक हैं। राजा भैया ने 2018 में अपनी पार्टी जन सत्ता दल लोक-तांत्रिक का गठन किया 2017 के विधान सभा चुनावों में अपनी बीजेपी प्रतिबंधित को एक लाख से ज्यादा रिकॉर्ड मतों से हराया। इस निर्वाचन क्षेत्र से विधायक के रुप में यह उनका लगातार छठवां कार्यकाल हैं, उनके दादा पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति और हिमाचल प्रदेश दूसरे राज्यपाल भी थे। वो कल्याण सिंह, राम प्रकाश, राजनाथ सिंह, मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के मंत्रालयों में मंत्री थे। राजा भैया के खिलाफ एक आपराधिक मुकदमा दर्ज है, उनकी स्नातक तक पढ़ाई हुई है। राजा भैया के पास 23.69 करोड़ रुपए की संपत्ति है, और देनदारी के नाम पर उनके जिम्मे कुछ नहीं है।