उत्तर प्रदेश की सियासत में करनैलगंज विधानसभा सीट को काफी अहम माना जाता है। ये विधानसभा सीट गोंडा जिले में आती है, यहां पांचवें चरण में 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। इस बार इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के अजय प्रताप सिंह समाजवादी पार्टी के योगेश प्रताप सिंह कांग्रेस के त्रिलोकी नाथ तिवारी बसपा के रंजीत कुमार गोस्वामी और आम आदमी पार्टी के विशाल सिंह के बीच मुकाबला है। इस विधानसभा क्षेत्र के पॉलिटिक्स दो राजघरानों तक सिमटी रही है, कभी योगेश प्रताप सिंह का परिवार जीत हासिल करता है। तो कभी कुंवर अजय प्रताप उर्फ़ लल्ला भैया को सफलता मिलती हैं, आजादी के बाद से यहां दो राजघरानों के अलावा अन्य किसी का राजनैतिक कैरियर अभी तक नहीं बन पाया है। मौजूदा विधायक कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया टिकट काटे जाने के बाद अब उनके परिवार नें पूर्व समाजवादी पार्टी मंत्री योगेश प्रताप सिंह से राजनैतिक हाथ मिला लिया है, करनैलगंज विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार व पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह 3 बार विधायक रह चुके हैं। वें एक बार बसपा और दो बार समाजवादी पार्टी से चुने गए इनके पिता और उनके बाबा भी इसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं।
अब तक करनैलगंज में कौन सी पार्टी का रहा बोल बाला?
जिनका राजनीति में बड़ा वर्चस्व है, वही भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान विधायक कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया यहां से 6 बार विधायक रह चुके हैं। वें निर्दलीय, कांग्रेस, बसपा और भारतीय जनता पार्टी से रह चुके। इस विधानसभा सीट के सियासी अतीत की बात करें तो साल 1952 के विधानसभा चुनाव में हिंदू महासभा के ज्वाला प्रसाद ने जीत का परचम लहराया था। 1957 में कांग्रेस की सरस्वती देवी ने जीत दर्ज की 1962 में सोशलिस्ट पार्टी के गिरजा प्रसाद चुनाव जीते। 1967 में निर्दलीय मदन मोहन सिंह 1972 में सोशलिस्ट पार्टी के भागेलु सिंह 1974 में कांग्रेस के रघुराज सिंह 1977 में जनता पार्टी के त्रिवेणी सिंह ने चुनाव जीता।साल 1980 और 1985 के चुनाव में कांग्रेस के उमेश्वर प्रताप सिंह विधायक निर्वाचित हुए, 1989 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय कुंवर अजय प्रताप उर्फ लल्ला भैया यहां से विधायक चुने गए। इसके बाद निर्दलीय कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ़ लल्ला भैया नें भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा और वें साल 1991 में 1993 और 1996 में लगातार विधानसभा चुनाव जीते। यहां साल 2002 के सियासी रण में बीएसपी के योगेश प्रताप सिंह ने लल्ला भैया को मात दी थी, 2008 में सीट पर चुनाव में लल्ला भैया बहन ब्रिज कुमारी ने बीएसपी के टिकट पर जीत का परचम लहराया था।

करनैलगंज विधानसभा सीट का सियासी अतीत?
2012 में योगेश प्रताप सिंह ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीत का परचम लहराया था। इस विधानसभा सीट पर साल 2017 के चुनावी नतीजों की बात करें तो यहां भारतीय जनता पार्टी ने जीत का परचम लहराया भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार योगेश प्रताप सिंह को 28 हजार 405 वोटो के अंतर से शिकस्त दी। भारतीय जनता पार्टी के कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया ने 82 हजार 866 वोट हासिल किए और समाजवादी पार्टी के योगेश प्रताप सिंह को 54 हजार 462 वोट मिले वहीं बीजेपी के संतोष कुमार तिवारी 33 हजार 241 वोट लेकर तीसरे नंबर पर रहे थे। साल 2017 में वोट प्रतिशत 45.41 फीसदी रहा, इस विधानसभा क्षेत्र में कुल वोटर 3 लाख 19 हजार 785 है। इनमें से पुरुष वोटर 1 लाख 73 हजार 224 और महिला वोटर 1 लाख 46 हजार 550 है। करनैलगंज विधानसभा सीट क्षत्रिय बहुल्य मानी जाती है, यहां ब्राह्मण, दलित, वैश्य और मुस्लिम मतदाता भी अच्छी खासी संख्या में है। यहां इस बार किसी रण में सभी उम्मीदवार और राजनैतिक दल वोटर्स को लुभाने में पूरी कोशिश में लगे हैं।
मतदाताओं को डोर टू डोर कैंपेनिंग से और सोशल मीडिया के माध्यम से लुभाने की पूरी कोशिश की जा रही है। विकास को लेकर कई तरह के दावे और वादे किए जा रहे हैं, लेकिन यहां की जनता किसे अपना आशीर्वाद और वोट देकर विधानसभा भेजती है यह 10 मार्च को नतीजों वाले दिन साफ हो जाएगा।