उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से बुलडोजर एक्शन देखने को मिला इस बार बुलडोजर कें निशानें पर एक मदरसा था। जिसे कुछ ही देर में देखते-देखते जमींदोस कर दिया गया। यह बुलडोजर एक्शन देखने को मिला उत्तर प्रदेश के अमरोहा में हसनपुर तहसील में एक मदरसे कों गिरा दिया गया। इसे लेकर जो जानकारियां सामने आई हैं उसके मुताबिक यह मदरसा सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से बनाया गया था। जहां पर बिना इजाजत के नमाज भी पढ़ी जा रही थी, इस मदरसे का रख-रखाव करने वाले एक शख्स ने बताया कि जिस जमीन पर मदरसे का निर्माण करवाया गया था वह जमीन साल 1961 में उसके बाबा को आवंटित की गई थी। इसे लेकर प्रशासन को शिकायत मिली थी की अवैध तरीके से बनाएंगे इस मदरसे में लगभग 1 महीने से नमाज भी पढ़ी जा रही है। जिसके बाद प्रशासन ने इस मदरसे के निर्माण को लेकर पाया कि उसे अवैध ढंग से बनाया गया था। जिसके बाद उस पर बुलडोजर कार्रवाई करते हुए उसे ढहा दिया गया।
बुलडोजर एक्शन के खिलाफ बसपा सांसद ने जताई नाराजगी
इसे लेकर अमरोहा से बसपा सांसद दानिश अली ने नाराजगी जताई है उन्होंने कहा कि इस एक्शन के खिलाफ वो कोर्ट जाएंगे। हसनपुर तहसील के उप जिला अधिकारी सुधीर कुमार के मुताबिक ग्राम समाज की जमीन पर एक अवैध ढांचा बनाया गया था, जहां पर पिछले 1 महीने से कुछ लोगों ने नमाज पढ़नी भी शुरू कर दी थी। उन्होंने बताया कि शिकायत पर हुई जांच में यह पाया गया कि वह मदरसा कानूनी प्रक्रिया पूरी किए बगैर बनाया गया था लिहाजा पुलिस दल की मौजूदगी में मदरसे कों गिरा दिया गया।
मदरसे पर क्यों चला योगी का बुलडोजर ?
इस मदरसे से जुड़े लोगों को इस कार्रवाई के संबंध में नोटिस भी दिया गया था। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक वह इमारत करीब 7 महीने पहले बनवाई गई थी और कुछ महीने पहले ही उसे मदरसे का रूप दिया गया। और पिछले करीब 1 महीने से यहां पर लोगों ने नमाज पढ़नी शुरू कर दी थी हाल ही में वहां अजान देने के लिए एक लाउडस्पीकर भी लगा दिया गया। इस बीच मदरसे कें मालिक इश्तियाक अहमद ने दावा किया कि जिस जमीन पर मदरसा बनवाया गया वह ग्राम समाज की नहीं थी बल्कि 1961 में उसके बाबा को आवंटित की गई थी। मदरसा शांतिपूर्वक संचालित किया जा रहा था लेकिन वहां जब नमाज पढ़नी शुरू हुई तो स्थानीय ग्रामीणों ने इस पर आपत्ति जताई और इसकी शिकायत प्रशासन से कर दी। जिसके बाद प्रशासन ने नोटिस देते हुए इस पर बुलडोजर कार्रवाई कर दी।