राजस्थान के जोधपुर में झंडा और लाउड स्पीकर को लेकर विवाद मच गया देखते ही देखते विवाद बढ़ने लगा। जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया लेकिन मंगलवार की सुबह से फिर पथराव होने लगा। जिसके बाद पुलिस ने दोबारा लाठी चार्ज कर हालात को काबू में करने की कोशिश की पथराव के बाद इलाके में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी गई। दरअसल जोधपुर के जालोरी गेट चौराहा पर मौजूद स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद विश्व या की मूर्ति पर झंडा लगाने और सर्किल पर ईद से जुड़े बैनर लगाने को लेकर विवाद शुरू हो गया। जिसके बाद चौराहे तक लाउड स्पीकर लगाने को लेकर नाराज लोगों का हुजूम जमा हो गया इसके बाद दो समुदायों के बीच झड़प हो गई और पुलिस सुरक्षा में ही नमाज अदा की गई। बता दे जोधपुर में तीन दिवसीय परशुराम जयंती उत्सव चल रहा है, जिसको लेकर दोनों समुदायों के बीच धार्मिक झंडे लगाए गए हैं इस वजह से यें विवाद संघर्ष में बदल गया।
जोधपुर में किसने भड़काया हिंसा ? जाने झड़प के पीछे की पूरी कहानी !
मामला इतना बड़ा की भीड़ को हटाने के लिए पुलिस कर्मियों को बल प्रयोग करना पड़ा। स्थानीय इलाके में पुलिस चौकी पर भी हमले की खबरें आई हैं, अभी भी जोधपुर में स्थिति तनाव कूल बनी हुई है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि मंगलवार सुबह पथराव में कम से कम 4 पुलिस कर्मी घायल हो गए हैं। पुलिस अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि पथराव में 40 पुलिस कर्मियों के घायल होने की सूचना है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाके में भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। मुख्य मंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत ने ट्वीट में कहा कि जोधपुर मारवाड़ की प्रेम और भाईचारे की परंपरा का सम्मान करते हुए मैं सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। हिंसक झड़प के बीच ईदगाह रोड पर फिर से लोग एक साथ इकट्ठा होने लगे और पुलिस पर पथराव किया बैर हाल मौके पर तनाव भी जारी है। वही डीसीपी ईस्ट और वेस्ट भी घटना स्थल पर मौजूद हैं, फिलहाल इलाके में तनाव पूर्ण स्थिति बनी हुई है जिस पर काबू पाने की कोशिश है।