उत्तर प्रदेश की राजधानी की लखनऊ से डॉ राम मनोहर लोहिया संस्थान के हॉस्पिटल ब्लॉक में इलाज कराने वाले मरीजों को बड़ा झटका लगा है। आम आदमी पर महंगाई की मार दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, अब सरकारी अस्पतालों में भी गरीबों को मुफ्त इलाज नसीब नहीं होगा। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया संस्थान के हॉस्पिटल ब्लॉक में अब कुछ दिनों बाद मुफ्त इलाज की सुविधा खत्म हो जाएगी, संस्थान के समान यहां भी मरीजों को सभी शुल्क देने पड़ेंगे। यही नहीं अस्पताल में ना तो दवाई मुक्ति मिलेगी, और ना ही मुफ्त जांच हो सकेगी। इसके अलावा इलाज के लिए बनने वाली एक रुपए की पर्ची के लिए मरीजों को अब 1000 चुकाने होंगे, हालांकि यें पर्ची 6 महीने तक मन्य रहेगी। जो जांच पहले मुफ्त में होती थी, उसके लिए अब पैसे देने होंगे, अगर मरीज भर्ती हुआ तो ₹250 प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान करना होगा। नए नियम जल्द ही लागू हो जाएंगे, और ये अभी बस लोहिया में ही लागू होगा, अभी तक अस्पताल के ब्लॉक में मरीजों के एक रुपए की पर्ची पर इलाज मिल रहा था, जबकि संस्थान में ऐसा नहीं है। हॉस्पिटल ब्लॉक भी संस्थान के अधीन ही है लेकिन अभी तक यह मरीजों से जांच और भर्ती शुल्क नहीं लिया जाता था।
UP के सरकारी अस्पतालों में भी महंगाई की मार टेस्ट का भी देना होगा चार्ज?
अफसरों का कहना है कि 400 बेड के हॉस्पिटल ब्लॉक में रोजाना 1 हजार 500 से ज्यादा मरीज OPD में आते हैं। संस्थान ने शासन को पत्र भेजकर हॉस्पिटल ब्लॉक में भी संस्थान के सामान्य शुल्क लगाने की बात कही थी। शासन नें इसे मंजूरी देते हुए आदेश जारी कर दिया है, आदेश में इमरजेंसी है निशुल्क लिखने की बात की गई है। अब मरीजों को 100 रुपए OPD में इलाज के लिए चुकाने होंगे, वहीं इस मामले में CMS डॉ राजन भटनागर का कहना है कि हॉस्पिटल ब्लॉक में संस्थान के नियम लागू करने के संबंध में लोहिया संस्थान प्रशासन को फिलहाल आदेश नहीं मिला है। शासन के आदेश के मुताबिक व्यवस्था लागू कर दी जाएगी, वही एमएस बिक्रम सिंह ने बताया है की नई व्यवस्था लागू करने में थोड़ा समय लग सकता है। सॉफ्टवेयर में बदलाव करने होंगे इसके साथ ही कई दूसरे बदलाव भी होंगे नई व्यवस्था लागू होने तक पुरानी व्यवस्था के तहत मरीजों को मुफ्त में इलाज मिलता रहेगा। आपको बता दूं लोहिया संस्थान में लोहिया अस्पताल के बिलय का आदेश साल 2019 में भी जारी कर दिया गया था। इसके साथ ही फैसला लिया गया था कि 2 साल तक हॉस्पिटल के सभी विभागों में मुफ्त इलाज की व्यवस्था लागू रहेगी अब 2 साल बीतने के बाद भी हॉस्पिटल ब्लॉक में भी संस्थान के नियम लागू करने की तैयारी की जा रही है।