उत्तर प्रदेश के अलग-अलग विद्यालय और विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को यूपी सरकार की तरफ से मिलने वाली छात्रवृत्ति (UP SCHOLARSHIP) के नियमों में एक बड़ा बदलाव कर दिया गया है। हर साल यूपी सरकार अपने यहां अलग-अलग संस्थाओं में पढ़ने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करती है। लेकिन इस बार योगी सरकार ने यूपी में छात्रवृत्ति (UP SCHOLARSHIP) लेने वाले सभी छात्रों के लिए हाजिरी के नियमों को और सख्त कर दिया है।
UP SCHOLARSHIP पाने के लिए बायोमेट्रिक हाजिरी प्रक्रिया से गुजरना होगा
विषय सूची
यूपी सरकार की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक छात्रवृत्ति और फीस प्रतिपूर्ति पाने वाले छात्रों को अब आधार बेस अटेंडेंस की प्रक्रिया से गुजरना होगा। अगर आसान शब्दों में समझें तो जो भी छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति (UP SCHOLARSHIP) के जरिए अपनी पढ़ाई कर रहे हैं उन सभी छात्रों को अब अनिवार्य रूप से बायोमेट्रिक पहचान के जरिए अपने अटेंडेंस लगानी होगी। इस पूरी बायोमेट्रिक पहचान के जरिए अटेंडेंस लगाने की प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों समेत सभी शिक्षण संस्थानों को आधार बेस उपस्थिति प्रणाली को स्थापित करने का आदेश दे दिया गया है।
UP SCHOLARSHIP पाने के लिए रखना होगा कम से कम 75% अटेंडेंस
सरकार की तरफ से बताया गया सभी छात्रों को छात्रवृत्ति और फीस प्रतिपूर्ति (UP SCHOLARSHIP) के लिए कम से कम 75% अटेंडेंस रखना अनिवार्य होगा। जो भी छात्र अपने अटेंडेंस को 75% तक नहीं रख पाते है, वे छात्रवृत्ति के लिए अपात्र हो जायेंगे। इस नए नियम के मुताबिक सभी संस्थाओं को आधार बेस हाजरी को हर महीने प्रमाणित करते हुए छात्रवृत्ति के पोर्टल पर अपलोड करना आवश्यक होगा।
कॉलेज परिसर में पहुंच कर कही से लगाया जा सकता है अटेंडेंस
समाज कल्याण के सहायक निदेशक सिद्धार्थ मिश्रा के मुताबिक आधार बेस हाजरी के लिए प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। इसको एससी एसटी नियमावली में भी शामिल किया गया है। सिद्धार्थ मिश्रा ने बताया कि आधार बेस अटेंडेंस के लिए अंगूठे और उंगलियों के निशान, चेहरे की पहचान या कॉलेज परिसर में पहुंचकर कहीं से भी लगाया जा सकता है।
UP SCHOLARSHIP देते समय सभी छात्रों के हाजिरी का होगा मिलान
अधिकारियों ने बताया कि अटेंडेंस का व्योरा एनआईसी में रखे जाने की व्यवस्था बनाई जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों को अपने परिसर में आधार बेस अटेंडेंस का सिस्टम स्थापित करना होगा। अधिकारियों ने कहा कि संस्थान जिस भी विश्वविद्यालय या एजेंसी से संबंध रखते हैं वहां हाजिरी प्रतिदिन लगाई जाएगी और उसके बाद उसकी पूरी जानकारी एनआईसी को भेजी जाएगी। एनआईसी छात्रों की हाजिरी का डाटा समाज कल्याण को भेज देगा और छात्रवृत्ति वितरण के दौरान सभी छात्रों के हाजिरी का मिलान समाज कल्याण द्वारा किया जाएगा।
कोई भी शिक्षण संस्थान अब नहीं कर सकेगा अपनी मनमानी
अधिकारियों ने बताया कि यह प्रक्रिया इसलिए लागू की जा रही है ताकि कोई भी शिक्षण संस्थान चाह कर भी अब छात्रों के अटेंडेंस के साथ कोई छेड़छाड़ ना कर पाए। अधिकारियों ने कहा कि पहले सभी शिक्षण संस्थान अपने यहां के बच्चों के अटेंडेंस को 75 फ़ीसदी प्रमाणित करके समाज कल्याण को भेज दिया करते थे।
बहुत से शिक्षण संस्थान करते है मनमानी
सूत्रों ने बताया कि कई शिक्षण संस्थान मनमानी तरीके से अटेंडेंस लगा देते थे और अधिकतर छात्रों की हाजिरी 75% प्रमाणित करके समाज कल्याण को भेज दिया जाता था ताकि छात्रों की छात्रवृत्ति न रुके। अधिकारियों ने कहा कि बायोमेट्रिक प्रक्रिया लगाकर ऐसे छात्रों को छात्रवृत्ति (UP SCHOLARSHIP) देने से रोका जाएगा जो स्कूल परिसर में अध्ययन हेतु रुचि नहीं रखते और कक्षाओं को नियमित रूप से करने के लिए अपने विश्वविद्यालय या महाविद्यालय नहीं जाते है।
6 thoughts on “UP SCHOLARSHIP के नियमों में हुआ बड़ा बदलाव, अब सिर्फ इन छात्रों को ही सरकार देंगी छात्रवृत्ति, इस बात का रखे ध्यान वरना हो जायेगे अपात्र।”