महाराष्ट्र में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद चीजें सुधरने की बजाय बिगड़ती नजर आ रही है। बीजेपी और शिंदे गुड के गठबंधन ने शिवसेना और बीजेपी को फिर से एक साथ लाया था शिंदे मुख्यमंत्री बने और उनके समर्थक भी खुश हुए हैं। लेकिन राज्य की राजनीति के मौजूदा हालातों पर अगर नजर डालें तो कुछ ठीक नजर नहीं आ रहा। मुख्यमंत्री तो शिंदे है लेकिन प्लांट फुट पर बीजेपी ही खेलती नजर आ रही है पिछले कई दिनों में बीजेपी और शिंदे गुट में खींचतान चली है और इस खींचतान की मुख्य वजह बुलढाणा लोकसभा सीट है। बीजेपी ने 2024 लोकसभा चुनाव में बुलढाणा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया बीजेपी का यह फैसला इसलिए भी चौंकाने वाला है क्योंकि मौजूदा समय में प्रताप जाधव यहां से सांसद है। जो शिंदे ग्रुप में आने वाले शिवसेना के 12 सांसदों में से एक है। वही शिंदे गुट के नेताओं का कहना है कि बीजेपी ने बिना उनसे बात किए इतनी बड़ी घोषणा कर दी।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बवनकुले ने कहा देवेंद्र फडणवीस होंगे मुख्यमंत्री
2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 45 सीटों का टारगेट रखा हुआ है। इस टारगेट को पूरा करने के लिए बीजेपी का बुलढाणा से जीतना काफी जरूरी है बुलढाणा उन 16 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है जिन पर बीजेपी की विशेष नजर है। इसके अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बवनकुले ने भी हाल ही में यह कहा था कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस होंगे। ऐसे में आने वाले चुनावों में वर्तमान मुख्यमंत्री शिंदे की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है। बुलढाणा सीट और बवनकुले के बयानों के अलावा विधान परिषद की सीटों को लेकर भी दोनों गुटों में विवाद नजर आ रहा है।
विधान परिषद और नगर निगम चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर फंसा पेच
विधान परिषद की 12 सीटों पर मुकाबला होना है और बीजेपी शिंदे गुट को केवल दो ही सीटें ऑफर कर रही हैं। ऐसे में इसे लेकर दोनों के बीच सहमति नहीं बन पाई है। इसके अलावा नगर निगम चुनाव में भी सीट शेयरिंग को लेकर दोनों के बीच पेच फंसा हुआ है। शिंदे की मांग है कि नगर निगम चुनावों में उन्हें बीजेपी के बराबर सीटें मिलनी चाहिए जो होता नजर नहीं आ रहा है। बीजेपी के मुंबई चीफ आशीष शेलार ने कुछ दिनों पहले ही बड़ा बयान दिया था उन्होंने कहा था कि मुंबई का अगला मेयर बीजेपी का ही होगा। बीजेपी और शिवसेना नेताओं की ओर से जारी बयान बाजो से इस गठबंधन पर दरार पड़ती नजर आ रही है ऐसे में आने वाले समय में महाराष्ट्र की राजनीति में कोई बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है।