आज कल महाराष्ट्र कि राजनीति में पक्ष और विपक्ष के सुर मिलने लगे है। आज से महाराष्ट्र्र में विधानसभा का मानसून सत्र आरम्भ होने वाला है। महाराष्ट्र की राजनीति में पक्ष विपक्ष के सुर बदलते नजर आ रहे हैं। महाराष्ट्र में 2 दिन का विशेष विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। इस सत्र के शुरू होने से पहले ही विपक्ष के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शिवसेना को लेकर एक बयान देते हैं जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ जाती है।
स्मृति भवन में रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना हमारी शत्रु नहीं है।, वैचारिक मतभेद है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि राजनीति में सब कुछ स्थाई नहीं होता। उन्होंने किसी भी प्रकार की शिवसेना के साथ चर्चा को लेकर इनकार किया है। देवेंद्र फडणवीस राज्य की महाविकास आघाडी सरकार के खिलाफ आक्रामक तेवर में है। लेकिन शिवसेना के प्रति उनका रुख नरम पड़ गया है।
देवेंद्र फडणवीस के बयान पर संजय राउत का जवाब
देवेंद्र फडणवीस के इस बयान पर शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने भी बयान दिया और कहा कि शिवसेना और बीजेपी भारत-पाकिस्तान जैसे नहीं है। उन्होंने आमिर खान और किरण राव के रिश्ते को कोर्ट करते हुए कहा कि हम उनके जैसे ही हैं। शिवसेना बीजेपी की राजनीतिक रास्ते भले अलग हैं लेकिन हमारी दोस्ती अभी भी कायम है।
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने भी फडणवीस के इस बयान पर कहा कि या 100% सही है कि भाजपा और शिवसेना कभी दुश्मन नहीं लेकिन इस बयान का मतलब यह भी ना निकाला जाए कि हम दोनों आपस में मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं। प्रणाम इस ने कहा किस विषय में और बीजेपी का भी दुश्मन नहीं रहे वह हमारे दोस्त थे जिन लोगों के खिलाफ उन्होंने लड़ाई लड़ी उनके साथ मिलकर उन्होंने सरकार बनाई जिसके वजह से हमने उन्हें छोड़ दिया। क्योंकि राजनीति में किंतु परंतु का कोई विकल्प नहीं होता है।
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राजनीति में परिस्थितियों के हिसाब से फैसले लेने पड़ते हैं। शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी से बढ़ती नजदीकियों के खबरों पर अंकुश लगाते हुए कहा जितनी अफवाहें फैल एंगी महा विकास आघाडी गठबंधन उतना ही मजबूत होता जाएगा। संजय राउत ने कहा कि कुछ राजनीतिक और वैचारिक मतभेद जरूर हैं लेकिन एक दूसरे के सामने जब भी हम किसी पब्लिक फंक्शन आते हैं तो जरूर मिलते हैं।