𝐎𝐦𝐢𝐜𝐫𝐨𝐧 के बढ़ते 𝐂𝐚𝐬𝐞𝐬 और 𝐂𝐨𝐯𝐢𝐬𝐡𝐢𝐞𝐥𝐝, 𝐂𝐨𝐯𝐚𝐱𝐢𝐧 पर चौंकाने वाली 𝐒𝐭𝐮𝐝𝐲, 𝐊𝐞𝐣𝐫𝐢𝐰𝐚𝐥 नें की 𝐁𝐨𝐨𝐬𝐭𝐞𝐫 की मांग…?

कोरोंना के नये रूप ओमिक्रोन के खतरे के बीच 1 दिन में कोरोना 6,563 केस दर्ज किये गए मरने वालों का आकड़ा 150 के आस पास रहा। तों वही कोरोंना के मामलें 150 सें ज्यादा पहुंच गये है, इसी के बीच महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में भी ओमिक्रोन का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है, दिल्ली में अब तक ओमिक्रोन के 24 केस दर्ज किये गये है। ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल बूस्टर शॉर्ट की मांग केंद्र सरकार से की है, साथ ही दिल्ली में जो भी कोरोंना की जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं उन सभी को जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजा जायेगा। लेकिन क्यों ज़ब ओमिक्रोन सें इंफेक्शन माइल्ड हो रहे हैं, वैक्सीन हमें कोरोंना के गंभीर प्रभावों सें अभी भी बचा रही है. तो फिर बूस्टर डोज की जरूरत क्यों पड़ रही है। चलिए सब बताते हैं आपको इसी रिपोर्ट में दरअसल कोरोंना के नये रूप ओमिक्रॉन को लेकर हर दिन नये -नये दावे और रिसर्च आती रहती हैं, अभी तक जो जानकारी इस कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बारे में मिली है, उससे पता चलता है. कि ये दूसरी लहर में तबाही मचाने वाले डेल्टा वेरिएंट सें ओमिक्रॉन 70 गुना ज्यादा संक्रामक है।

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कोरोंना नया रूप ओमिक्रॉन डेल्टा के मुकाबले हो सकता है. घातक?

इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि डेल्टा सें संक्रमित एक शख्स 1 और शख्स को संक्रमित कर सकता है, तों ओमिक्रॉन के संक्रमित एक शख्स 70 लोगों को संक्रमित कर सकता है। जी हां इसी के साथ ओमिक्रॉन सें संक्रमित शख्स में कोई गंभीर लक्षण अभी तक नहीं मिले हैं, साथ ही यह फेफड़ों नुकसान नहीं दे रहा है। और अभी तक की जानकारी में यह भी पाया गया है कि साउथ अफ्रीका में जिस तरीके से ओमिक्रॉन के मामले बढ़े हैं, उस हिसाब से हॉस्पिटलाइजेशन नहीं बढ़ा है, साथ ही ओमिक्रॉन पर वैक्सीन काम नहीं कर रही है। कोरोंना के इस नये वेरिएंट ओमिक्रॉन पर सिर्फ बूस्टर डोज काम कर रही है, यही वजह है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल नें सरकार से बूस्टर डोज की मांग की है। दरअसल कोरोंना के खिलाफ भारत में वैक्सीनेशन अभी भी पूरा नहीं हो पाया है, कोरोंना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के रूप के बारे में भारतीय रिसर्च में पता चलता है. कि देश में बड़े स्तर पर प्रयोग की जा रही कोविड-19 वैक्सीन समेत तमाम वैक्सीन इस पर काम नहीं कर रही हैं, तमाम वैक्सीन ओमिक्रॉन को रोकने में सफल नहीं है।

अमिक्रॉन पर वैक्सीन बेअसर…?

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दरअसल ये रिपोर्ट अंग्रेजी अखबार न्यूज़ ऑफ़ टाइम्स में छपी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक वैक्सीन ओमिक्रॉन सें संक्रमित होने पर ज्यादा बीमार होने से बचा रही है, लेकिन इसके संक्रमण को रोक नहीं आ रही है। सर्च में केवल फाईजर और मॉडना वैक्सीन के बारे में अच्छी ख़बर है. जो फिलहाल हमारे देश यानी कि भारत में उपलब्ध नहीं है। फाईजर और मॉडर्न वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने के बाद ओमिक्रॉन पर शुरुआती तौर पर सफलता मिलती हुई नजर आ रही है, हांगकांग में ये रिसर्च की गई इसकी शुरुआती जांच में पता Astra Zenece, इसके अलावा Johnson & Johnson और रूस और चीन की वैक्सीन भी कोरोंना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को रोकने में सफल नहीं हुई है। हालांकि स्टडी में कहा गया है कि ये वैक्सीन इंफेक्शन को भले ही रोक नहीं पा रही हो लेकिन इसके गंभीर लक्षणों को कम कर रही है। ऐसे में आपके मन में एक सवाल होगा अगर वैक्सीन कोरोंना के गंभीर लक्षणों को रोकने में सफल है, तो फिर इससे घबराना क्यों हैं. तो इसका कारण यह है ओमिक्रॉन संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ना कमजोर यूनिटी वालों के लिए बड़ा खतरा है साथ ही बच्चों को अभी तक वैक्सीन की भी डोज नहीं लगी है।

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बुजुर्गों के लिए घातक साबित हो सकता है अमिक्रॉन?

साथ ही 65 साल के लोगों में किसी भी रोग के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। एक साथ दो बीमारी से पीड़ित होने वाले लोग उनके शरीर की भी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी किसी भी वायरस और किसी भी बीमारी के खिलाफ धीरे-धीरे कम होने लगती हैं। साथ ही कोरोंना सें संक्रमित वों लोग जो अभी भी पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन से जूझ रहे हैं उन्हें भी ओमिक्रॉन का खतरा लगातार बराबर है। चाहे उनकी उम्र 20 साल ही क्यों ना हो यही वजह है देश में लगातार पूरे बूस्टर शॉट को लेकर अलग-अलग तरह की बातें हो रही है, आपको बताते चलें देश ही नहीं बल्कि दुनिया के अलग-अलग डॉक्टर्स का कहना है अगर वैक्सीन का मिक्चर मैच किया जाए तों हमें वों कोरोना के किसी भी वेरिएंट के खिलाफ अच्छी खांसी रोग प्रतिरोधक क्षमता मिल सकती हैं। इसको आप इस तरीके से समझ सकते हैं कि अगर आप कोरोंना वैक्सीन की 2 डोज ले चुके है, तो आप को 6 महीने बाद अगर को वैक्सीन की एक डोज यानी कि वो बूस्टर शॉट मिल जाए तों कोरोंना के किसी भी वेरिएंट से बच सकते हैं।

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या फिर आपने को वैक्सीन की दोनों डोज लें ली है. तों आप 6 -8 महीने बाद को वैक्सीन की तीसरी डोज यानी कि बूस्टर शॉर्ट ले सकते हैं। लेकिन आपको करना क्या है दरअसल इसी भी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लोगों से एक और अपील की है. दिल्ली के मुख्यमंत्री का कहना है कि ऐसा लगता है जैसे कि हम मार्क्स पहनना भूल गए हो मार्क्स पहनना हमें फिर से अपनी आदत में लाना होगा। जो बात हम आपको पिछले एक डेढ़ साल में बता चुके है, वही काम आपको बार-बार करते रहना है। आपको क्या करना है, वैक्सीन लगवानी है।

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