देश में ओमिक्रोन वेरिएंट के 230 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। जिसमे से 140 लोग ठीक हो कर अपने घर अस्पतालों से जा चुके है. हालांकि कोरोना वायरस के इस नये वेरिएंट ओमिक्रोन की वजह से दहशत का माहौल तो है. ही जिसकी वजह से दिल्ली जैसे राज्यों में तरह तरह की पाबंदियां लगना भी शुरू हो चुकी है। वही आईआईटी के प्रोफ़ेसर नें अपनी स्टडी में दावा किया है, कि देश में तीसरी लहर फरवरी 2022 में आने वाली है। ज़ब एक दिन में 2 लाख या उसके आस पास केसेस दर्ज किये जा सकते है. लेकिन ओमिक्रोन को लेकर एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन अच्छी ख़बर सामने आई है। जिसमे कहा गया है. देश में जिस डेल्टा वेरिएंट ने तबाही मचाई थी, उसकी तुलना में ओमिक्रोन से गंभीर बीमारी और अस्पताल में भर्ती होने की संभावनाएं बेहद कम है। साथ ही ओमिक्रोन में कोरोंना संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम 40 % कम है, इसे आप इस तरीके समझ सकते है. अगर 100 कोरोंना संक्रमित जहा पहले डेल्टा की वजह से अस्पताल भर्ती हो रहे थे, तो अब केवल 60 लोग ही ओमिक्रोन की वजह से अस्पताल में भर्ती हो रहे है।
न्यूवाक टाइम्स जिसकी रिपोर्ट के मुताबिक ओमिक्रोन कितना घातक है इसे लेकर 3 स्टडी हुई और ये तीनो स्टडी दुनिया के अलग अलग कोनो में हुई एक दक्षिण अफ्रीका में हुई एक स्कॉटलैंड में हुई और एक इंग्लैंड में हुई जिसे अलग अलग वैज्ञानिकों ने अध्ययन किया इन 3 स्टडी ओमिक्रोन कम संक्रमण वाला और कम अस्पताल भेजने वाला ऐसा कोरोंना का एक वेरीयत कहां गया। स्कॉटलैंड में यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 22 दिसंबर को ओमिक्रोन पर अध्ययन ऑनलाइन जारी किया 21 दिसंबर को इंग्लैंड के शोधकर्ताओं ने भी ओमिक्रोन पर अपना अध्ययन ऑनलाइन सरवर पर पोस्ट किया। जो बताता है ओमिक्रोन संक्रमण वाले लोगों में डेल्टा की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने की संभावनाएं 80 फ़ीसदी तक कम है। यानी पहले जहां एक हजार में से 100 लोग डेल्टा की वजह से अस्पताल जा रहे थे, तो वही ओमिक्रोन की वजह से 1000 संक्रमित लोगों में केवल 20 लोग ही अस्पताल जा रहे हैं। इस रिसर्च में उन तमाम लोगों को गंभीर संक्रमण की लिस्ट में रखा गया जो कोरोना संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती हुये। हालांकि यह रिसर्च किसी मैगजीन में प्रकाशित तो नहीं हुई।
स्कॉटलैंड में ओमिक्रोन पर किया गया अध्ययन?
स्कॉटलैंड में जो अध्ययन किया गया उसमें 1 नवंबर से लेकर 19 दिसंबर तक दुनिया भर के 23 हजार से ज्यादा ओमिक्रोन और 1 लाख 26 हजार से ज्यादा डेल्टा मामलों को शामिल किया गया स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने डेल्टा और ओमिक्रोन संक्रमित लोगों की तुलना की और फिर इस नतीजे पर पहुंचे जहां बताया गया ओमिक्रोन एक माइल्ड इंफेक्शन है। और इसकी वजह से अगर आपने वैक्सीन लगाई है. तो आप अस्पताल नहीं जाएंगे। ऐसे में छोटी सी भी जानकारी डर पैदा कर सकती है. ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच पोलैंड में कोरोना के एक दिन में 775 मरीजों की मौत हुई है। इजराइल में भी चौथी वैक्सीन लगना लोगों को शुरू हो जाएगी वैक्सीनेशन की तेज रफ्तार के बीच भी मौत के इस बड़े आंकड़े ने आस पास के यूरोपियन देशों की टेंशन को बढ़ा दिया है। भारत में भी ओमिक्रोन के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तमाम मंत्रियों के साथ बैठक की जिसमें कई तरह के फैसले भी लिए जा सकते हैं। इससे पहले ओमिक्रोन से बचने के लिए सरकार आप पर पाबंदी लगा दें आपको क्या करना है. अगर आपने वैक्सीन नहीं ली है तो आपको वैक्सीन जरूर लगवानी है। आपको सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है. और अपने हाथों को बार-बार धोते रहना है।