दिल्ली की निगम पार्षद गीता रावत को घूस लेने के मामले में CBI नें गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल CBI के एंटी करप्शन ब्रांच ने उन्हें रंगे हाथों घूस लेते पकड़ा था, जानकारी के मुताबिक सरकारी काम के इमेज निगम पार्षद गीता रावत नें रिश्वत की डिमांड की थी। ये रिश्वत एक मूंगफली व्यापारी के जरिए गीता रावत के पास पहुंचाई जाती थी, जिसके बाद पूर्वी दिल्ली के वेस्ट विनोद नगर की पार्षद गीता रावत के खिलाफ शुक्रवार को दोपहर CBI नें इस कार्रवाई को अंजाम दिया। आरोपी महिला प्रदेश के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के पढ़ पढ़ गंज विधानसभा क्षेत्र स्थित विनोद नगर पार्षद है। मूंगफली वाले सनाउल्लाह के पिता को इस बात का पता चला कि उनके बेटे को किसी ने पकड़ रखा है, तो वो दौड़ के निगम पार्षद के ऑफिस पर गए वहां जब उन्होंने पूछा कि आपने मेरे बेटे को क्यों पकड़ा है, तो वहा मौजूद सिविल ड्रेस धारी लोगों ने कहां है कि हम सीबीआई वाले हैं।
निगम पार्षद गीता रावत को CBI ने रंगे हाथों दबोचा?
और अभी आपको पता चल जाएगा कि हमने आपके बेटे को क्यों पकड़ा है। उसके बाद मूंगफली वाले के पिता को पता चला की रिश्वत के पैसे सनाउल्लाह के जरिए निगम पार्षद गीता रावत के पास जाते थे। बताया गया है कि सीबीआई ने नोटों पर कलर लगाकर मूंगफली वाले को पैसे दिए थे, जब वही नोट की तरह उसके पास पहुंचे तो सीबीआई ने दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया। इसके बाद नोटों की जांच की गई तो वही कलर वाले नोट बरामद हुए आगे की कार्रवाई के लिए सीबीआई अब आरोपी मूंगफली विक्रेता सनाउल्लाह और निगम पार्षद गीता रावत को अपने साथ ऑफिस ले गई है।