समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पूर्व एमएलसी कैलाश सिंह समेत पार्टी के कई सदस्यों को बर्खास्त कर दिया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गाजीपुर में MLC चुनाव के दौरान पार्टी का विरोध करने पर पूर्व एमएलसी कैलाश सिंह गाजीपुर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विजय यादव समेत पार्टी के अन्य सदस्यों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। अखिलेश यादव का तक का यह बहुत बड़ा एक्शन माना जा रहा है, मंगलवार को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बैठक बुलाई थी। अखिलेश यादव के चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव जिन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट पर जसवंत नगर से चुनाव लड़ा था, वो बैठक में मौजूद नहीं थे। शिवपाल यादव के अलावा अपना दल के नेता पल्लवी पटेल भी बैठक में शामिल नहीं हुई थी, मंगलवार को पार्टी सहयोगी अपना दल के सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, एसपी एसपी और राष्ट्रीय लोक दल वाले नेताओं के साथ बैठक थी।
पूर्व एमएलसी कैलाश सिंह जिला पंचायत सदस्य विजय यादव सहित कई पार्टी के सदस्य बर्खास्त?
इस बैठक में एसपी एसपी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर और राजपाल बालियान शामिल हुए बालियान ने एनआईसी कहा बैठक में हार की समीक्षा की गई सदन में आम लोगों की आवाज कैसे जोरदार तरीके से उठाई जाएगी। बताया जा रहा है इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था, कि आखिर समाजवादी पार्टी की हार क्यों हुई क्योंकि अखिलेश यादव को इस बार पूरी उम्मीद थी कि वो उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री बनेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। किसी मुद्दे को लेकर समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने खास तौर पर यह बैठक बुलाई थी, सहयोगी दलों को भी उम्मीद नहीं थी कि अखिलेश यादव क्या करने वाले हैं, लेकिन बैठक के दौरान ही अखिलेश यादव ने बड़ा झटका दे दिया अखिलेश यादव ने पूर्व एमएलसी कैलाश सिंह समेत पार्टी के कई सदस्यों को बर्खास्त कर दिया है। बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश के कई बड़े मुद्दों की भी बात हुई कि आखिर योगी सरकार से निपटने के खातिर क्या रणनीति बनाई जाए इसके साथ सपा के सहयोगी दलों नें अपना रोड मैप बताया है। 2017 के मुकाबले 111 सीटों के साथ बड़ी विपक्षी पार्टी बनकर उभरी है, माना जा रहा है इस बार अखिलेश यादव पूरी ताकत के साथ 2024 के तैयारी शुरू कर दी है।