कोरोना वायरस के खिलाफ रोशनी बड़ी सफलता हासिल की है, दरअसल आपको बता दें रूसी वैक्सीन स्पूतनिक का अब नेंजल वर्जन भी सामने आ चुका है। रूस की तरफ से बताया गया है कि हमने दुनिया की पहली नेजल वैक्सीन को बना लिया है। यें स्पूतनिक वैक्सीन का ही एक नया रूप है, आपको बता दें 1 अप्रैल को रशियन स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इसकी घोषणा की गई है। रूस ने अपनी पहली कोरोनावायरस वैक्सीन स्पूतनिक का ही नें जल वर्जन तैयार कर लिया है, बता दें कि रूस में काफी समय से नेज़ल वैक्सीन का ट्रायल चल रहा था। आखिरकार रूस ने इस दिशा में कामयाबी हासिल कर ली है, यें वैक्सीन खास तौर पर बच्चों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। आपको जानकारी के लिए बता दें लंबे समय से रूस द्वारा इस नेज़ल वैक्सीन का ट्रायल चल रहा था, कुछ दूसरे देश भी इस दिशा में काम कर रहे थे, लेकिन सबसे पहले सफलता हासिल करने वाला देश अब रूस बन गया है।
जानकारी में मुताबिक नेज़ल वैक्सीन पर भारत भी काम कर रहा है, जानिए क्या है सच्चाई?
कहा जा रहा है कि नेज़ल वैक्सीन के आने से कोरोना वायरस के खिलाफ जारी दुनिया की यह जंग और ज्यादा आसान हो सकती है। अब जानकारी के लिए बता दें कि नेज़ल वैक्सीन नाक के जरिए दी जाती है, इसे इंटर जैनल वैक्सीन भी कहा जाता है। जो वैक्सीन मांसपेशियों में इंजेक्शन के जरिए दी जाती है, वो इंटरमस कूलर वैक्सीन होती है। बताया गया है कि यें नेज़ल वैक्सीन एक ही स्प्रे की तरह दी जा सकती है, मिली जानकारी के मुताबिक बताया गया है कि भारत में भी नेज़ल वैक्सीन को लेकर बड़ा ट्रायल चल रहा है। भारत में इस वैक्सीन पर काम भारत बायोटेक द्वारा वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ मेडिसिन के साथ मिलकर किया जा रहा है।