जैसे – जैसे देश में कोरोना के मामले बढ़ने लगे है वैसे – वैसे वैक्सीन की डिमांड भी बढ़ने लगी है। इसलिए कोरोना के टीके की कमी के बीच टीकाकरण पर एक राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह बनाया गया था। वैक्सीन को लेकर एनटीजीआई ने बड़ा सुझाव दिया है। रिपोर्ट में टीके के दोनों खुराक के बीच अंतर बढ़ाने को कहा। इस समूह ने अब अपनी रिपोर्ट दे दी है एनटीजीआई ने बताया है कि कोविशिल्ड कि दोनों खुराकों के बीच में अंतर को बढ़ा कर 12 से 16 हफ्ते कर देना चाहिए। अभी इन दोनों खुराकों के बीच अंतर् सिर्फ 4 से 8 हफ्ते का है जिसको बढ़ाने का सुझाव एनटीजीआई ने दिया है। जो लोग कोरोना पॉजिटिव होने के बाद रिकवर हुए है उनको 6 महीने बाद ही वैक्सीन लगाई जाए। सीडीसी यूएस कि गाइडलाइन्स में कोरोना से रिकवर हुए लोगो को 90 दिनों के बाद ही टीका लगवाने का सुझाव दिया है। तो वही कुछ डॉक्टरों ने भी कोरोना से ठीक हुए लोगो को 3 महीने बाद वैक्सीन लगवाने कि सलाह दी थी लेकिन अब एनटीजीआई कि रिपोर्ट में इसकी अवधि बढ़ाने का सुझाव दिया गया है। अभी तक वैक्सीन कि दोनों डोज के बीच अंतर को बदला नहीं गया है। एनटीजीआई ने अपने रिपोर्ट में आगे बताया कि अगर दूसरी खुराक के बीच अंतर बढ़ा देंगे तो मृत्यु कम हो सकती है। मगर यह अध्ययन सिर्फ 65 साल से कम उम्र लोगो के लिए कि गयी है। परन्तु आगे लिखा है कि परिस्तिथि अगर अनुकूल होगी तो ही ऐस किया जा सकता है क्योकि ये सिर्फ एक अनुमान है।
एनटीजीआई ने अपने रिपोर्ट में लिखा है कि गर्भवती महिलाएं को वैक्सीन का विकल्प दिया जा सकता है। महिलाओ को प्रसव के बाद कभी भी टीका लगाया जा सकता है। एटीएजीआई कि रोपर्ट में कि गयी सिफारिश के अनुसार यह रिपोर्ट अब राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह को भेज दी गयी है। अब उनके रिपोर्ट के आने का इंतज़ार है।
