देवियों और सज्जनों इस सदी की सबसे बड़ी लड़ाई के गवाह बनने के लिए तैयार हो जाइए। इस दंगल के एक कोने में है टेस्ला क़े CO इलॉन मस्क उनके पास है जोशो खरोश वाले समर्थक और तीखे ट्वीट्स। दूसरे कोने में है अमेजॉन के संस्थापक जेफ बेज़ोस निर्दई कारोबारी और सुपर विलेन जैसा ठठ्ठा। यह दुनिया में सबसे अमीर बनने ही नहीं बल्कि अंतरिक्ष में बादशाह के लिए भी बिगड़े हुए हैं तों आइए चलते हैं इन 2 अरबपतियों की दंगल के तह में बात करेंगे नासा के दो घोर विवादित सौदों और ट्विटर की। 2004 की ये तस्वीर देखी एक जैसी सोच वाले दो लोग साथ में डिनर करते हुए क्या आपको पता है आज कल यह दोनों क्या कर रहे हैं ? शायद साझे में कोई बिजनेस चला रहे होंगे है ना पर ऐसा है नहीं। अंतरिक्ष की दौड़ में इलॉन मस्क आगे जद्दो जहद करते हुए जेफ बेज़ोस। बेज़ोस क़े मिल्कियत वाले अख़बार वाशिंगटन पोस्ट कि ये हेडिंग पूरा सार है। दरअसल प्राइवेट स्पेस ट्रैवल के क्षेत्र में असली टक्कर इलॉन मस्क SpaceX और जेफ बेज़ोस की ब्लु वर्जन क़े ब्लू ओरिजिन क़े बीच ही है लेकिन यह दों इतने सफल कारोबारी अंतरिक्ष में एक दूसरे से पहले क्यों पहुंचना चाहते हैं।
स्पेसएक्स और ब्लू ओरिजिन क़े बीच अंतरिक्ष में पहले पहुंचने की होड़ !
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क्योंकि छोटी सी तारीफ से काम नहीं चलता इन्हें भारी खुशामद चाहिए। कुछ लोग कहे की इलॉन मस्क तों इतना काफी नहीं है उन्हें और तारीफ चाहिए और यह भूख बढ़ती ही जाती है। ऐसे में अब कुछ साल पहले एक कारोबारी सफलता आपको जों संतुष्ट दे सकती थी अब वों सिर्फ अंतरिक्ष में पहुंचने या अपने विरोधी को हराने पर ही मिलेगी। यह तकरार 2013 में शुरू हुई ज़ब स्पेसएक्स और ब्लू ओरिजिन नासा के लॉन्च पैड 39A की होड़ में जुटी थी। 1969 में चांद पर जाने वाले पहले अपोलो मिशन नें यहीं से उड़ान भरी थी आखिर में SpaceX ने बाजी जीत ली। जेफ बेज़ोस नें इसका जोरदार विरोध किया इसके जवाब में इलॉन मस्क नें ब्लू ओरिजिन मजाक उड़ाने वाले कई ट्वीट दाग दिए। 2014 में तकरार तब बढ़ी जब इलॉन मस्क कों पता चला कि जेफ बेज़ोस नें समुंद्र में रॉकेट के लिए लैंडिंग का पेटेंट हासिल कर लिया है। इलॉन मस्क नें तर्क दिया कि इस आईडिया पर तो 10 साल से काम हो रहा था और उनकी अपील सफल भी रही।
Musk vs Bezos अंतरिक्ष की रेस में कौन है आगे ?
2021 में यह तकरार तब और बढ़ गई जब मस्क और बेज़ोस दोनों नें चांद पर उतरने में सक्षम यान बनाने के लिए नासा से फंडिग के लिए आवेदन किया। मकसद था 1972 के बाद पहली बार इंसान को चांद पर भेजना लेकिन नासा किसी एक को ही पैसे दे सकता था और पैसे मिले SpaceX कों पर यह दोनों इतना भीड़ क्यों रहे हैं ? जब आप इतने ऊंचे ओहदे पर होते हैं अंतरिक्ष में जाने की बातें हो रही होती हैं तो बाकी सब छोटा लगने लगता है। ऐसे में लोगों को लगता है कि उनका मुकाबला सिर्फ उन्हीं की लीग वालों से हैं तों अगर अगला व्यक्ति मुझसे ज्यादा बड़ी उपलब्धि हासिल करता है तो मेरी उपलब्धियों की चमक फीकी पड़ जाएगी। इन दिनों में सैटेलाइट को लेकर भी मुकाबला कर रहे हैं पिछले सालों में स्पेसएक्स ने अंतरिक्ष में हजारों सैटेलाइट लॉन्च किए है उनका मकसद पूरे धरती पर इंटरनेट मुहैया कराना है। पिछले साल अमेज़न नें अमेरिकी अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई कि वों स्पेसएक्स के सेटेलाइट बढ़ाने की योजना रद्द कर दें। इसकी वजह यह थी कि अमेजॉन खुद सेटेलाइट इंटरनेट सर्विस प्रोजेक्ट Kuiper लाने की योजना बना रही है तों अंतरिक्ष को लेकर हो रही रेस में कौन आगे खड़ा है? फिलहाल तो इलोंन मस्क ही आगे दिख रहे है।
अमेजॉन नें इंटरनेट सेटेलाइट लांच करने का किया ऐलान मस्क नें ली फिरकी
SpaceX पिछले साल अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन गई थी 2023 में वों चांद का एक चक्कर लगाकर लौटना चाहते हैं। स्पेसएक्स की बराबरी करना आसान नहीं होगा लेकिन बेज़ोस अंतरिक्ष को लेकर जितने जुनूनी है. वों ब्लू ओरिजिन कों मजबूत दावेदार बना देता है। पिछले कुछ सालों में मस्क और बेज़ोस की निजी लड़ाई ट्वीट तक पर दिखीं है। 2015 में जब ब्लू ओरिजिन नें अपना न्यू शेफर्ड रॉकेट सफलतापूर्वक लैंड करा लिया तों बेज़ोस नें इसे दुर्लभ करार दिया। मस्क नें ट्वीट पर इसका जवाब दिया कि SpaceX ये यह कारनामा 3 साल पहले ही कर दिखाया था। फिर ज़ब SpaceX का Falcon 9 स्पेसक्राफ्ट लैंड हुआ तों बेज़ोस भी चुटकी लेने से पीछे नहीं रहे। यह लोग यह सब काम सार्वजनिक रूप से क्यों करतें है क्योंकि इज्जत ही सबसे बड़ी संपत्ति है अगर कोई देखे ही ना तो अपने विरोधी को हराने में क्या ही मजा है। बेज़ोस नें मंगल ग्रह पर कॉलोनी बनाने के मस्क क़े प्लान को बार-बार कमतर बताया है। फिर ज़ब अमेजॉन में स्पेसएक्स के तर्ज पर इंटरनेट के लिए सैटेलाइट लॉन्च करने का एलान किया तों मस्क नें बेज़ोस कों नकलची कहां ब्लू ओरिजिन नें जों मुकदमे किए उन्हें लेकर भी मस्क नें बेज़ोस की फिरकी लेते हुए ट्वीट किया।
प्रेरणा
सारी कहासुनी एक तरफ पर दोनों की निगाह लगभग एक ही चीज पर है. मुझे नहीं लगता कि वे दोनों परोपकार की नियत से यह सब कर रहे हैं मोटे तौर पर तों यह सब अपने लिए ही कर रहे हैं। पर हम सभी ज्यादातर मौकों पर यही करते है. बहुत कम ही लोग इतनी परोपकारी होते हैं. ज्यादातर लोग स्वार्थ और महत्वकांक्षा क़े लिए ही यह सब करते है। एक तरफ यही है कि दोनों के बीच लड़ाई परसनल है 2021 में ज़ब मस्क बेज़ोस कों पछाड़कर दुनिया के सबसे अमीर शख्स बने उन्होंने सिल्वर मेडल ट्वीट करके बेज़ोस पर तंज कसा था। हमारे समाज में अगर आपके पास आकूत संपदा है तो आपका आत्ममुग्ध ना होना बहुत मुश्किल है। क्योंकि पैसे के साथ जो ताकत आती है वह आपको स्वीकार्यता और शोहरत दोनों दिलाती है। यह सवाल जरूर पूछना जाना चाहिए कि धरती की कक्षा में हजारों सैटेलाइट और अंतरिक्ष में लकड़ी यात्रा हमें आगे निकल जाएगी या धरती को नुकसान पहुंचाएगी। इनका झगड़ा दिखाता है कि अंतरिक्ष भी किसी दूसरे कारोबार जैसा हो गया है. यह शायद मस्क और बेज़ोस अपने दावों से उलट मानव जाति को बचाने के मिशन पर हीं बल्कि खुद को इतिहास में दर्ज कराने की निजी महत्वाकांक्षा पर काम कर रहे हैं। हा मतलब वह भगवान बनना चाहते हैं कई बार बहुत ज्यादा ताकत लोगों के जहन में इस कदर हावी हो जाती है कि आप खुद को खास समझने लगती है खुद को भगवान जैसा समझने लगते हैं और भगवान मरते नहीं है। अंतरिक्ष की इस होड़ को लेकर आप क्या सोचते हैं इन दोनों खरब पतियों के बीच कारोबारी होड़ है या निजी खुन्नस।