अग्नीपथ यह वह शब्द है जो आपको आत्मबल देता है. जो हमको संघर्ष के रास्ते पर चलने का साहस देता है। ऐसे में भारत सरकार एक नई योजना लेकर आई है नाम है अग्निपथ योजना। इस अग्नीपथ योजना के अंतर्गत युवाओं को 4 साल के लिए भारतीय सेना में भर्ती किया जाएगा। इसके बाद उनको निधि देकर आगे के कार्यों के लिए लेकिन ऐसे में अब सवाल ये उठने लगा है कि 4 साल बाद इन अग्नि वीरों का क्या होगा इनको नौकरी कहां मिलेगी? आगे का भविष्य कैसा होगा
4 साल बाद अग्नि वीर सैनिकों का क्या होगा ?
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केंद्र सरकार नें सेना भर्ती में बड़ा बदलाव किया है अग्निपथ भर्ती योजना को लांच किया गया इसके अंतर्गत सेना में अब युवाओं को 4 साल के लिए भर्ती किया जाएगा। उम्र की सीमा साढे 17 से लेकर 21 साल की रखी गई है, वेतन पैकेज भी 20 से 40 हजार के बीच रहेगा। तों वही 4 साल कें बाद 11 लाख रूपये से ज्यादा निधि भी मिलेगी लेकिन ऐसे में अब इस योजना को लेकर एक सवाल खड़ा हो गया की मिलिट्री ट्रेनिंग के बाद सेना में 4 साल काम करने के बाद यें युवा जाएंगे कहां? कैसे दूसरी नौकरी मिलेगी 4 साल बाद भविष्य क्या होगा।
गृह मंत्रालय में अग्निवीरों के लिए किया बड़ा ऐलान
इन सभी सवालों के जवाब के रूप में गृह मंत्रालय की ओर से एक महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा है की अग्निपथ योजना युवाओं के उज्जवल भविष्य के लिए पीएम मोदी का एक दूरदर्शी और स्वागत योग्य निर्णय है। इसलिए इस योजना में 4 साल पूरा करने वाले अग्नि वीरों को CAPs और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। गृह मंत्रालय की तरफ से ट्वीट कर कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में गृह मंत्रालय के इस निर्णय से अग्निपथ योजना से प्रशिक्षित युवा आगे भी देश की सेवा और सुरक्षा में अपना योगदान दे पाएंगे। इस निर्णय पर विस्तृत योजना बनाने का काम शुरू कर दिया गया है।
मध्य प्रदेश: इसके साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी घोषणा कर दी है कि भारतीय सेना में अल्पकालिक अनुबंध के आधार पर अग्निपथ योजना में भर्ती किए गए सैनिकों को एमपी पुलिस की भर्ती में छूट दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश: वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बुधवार को घोषणा करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार पुलिस और संबंधित सेवाओं में भर्ती के लिए अग्नि वीरों को प्राथमिकता देगी।
हरियाणा: हरियाणा सरकार ने भी अग्नि वीरों को नौकरी में प्राथमिकता देने का एलान किया। राज्य के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि 75 फ़ीसदी अग्नि वीरों को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता दी जाएगी। इसी तरह दूसरी नौकरी में भी उन्हें प्राथमिकता देंगे।
उत्तराखंड: वहीं उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि अग्नि वीरों को राज्य पुलिस भर्ती में प्राथमिकता मिलेगी। सीएम धामी ने कहा कि अग्नि वीरों को 4 साल की नौकरी के बाद उत्तराखंड पुलिस और संबंधित सेवाओं में प्राथमिकता दी जाएगी।
कब से शुरू होगी अग्निपथ योजना भर्ती प्रक्रिया
आपको बता दें कि इस योजना के अंतर्गत पहली भर्ती प्रक्रिया 90 दिनों के अंदर शुरू करने की योजना है और पहला बैच 2023 में आएगा। रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नेवी में भर्तियों के लिए इस नई योजना को लांच किया है।