रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज छठवां दिन है, राजधानी कीव सहित कई शहरों में भीषण जंग जारी है। युद्ध के बीच दोनों देशों के बीच अब बातचीत का दौर भी चल रहा है, वहीं भारत की चिंता वहां फंसे भारतीय नागरिक है। ऐसे में यूक्रेन से भारतीय छात्रों को लाने के प्रयासों में और तेजी आ गई है, यूक्रेन में फंसे 240 भारतीय नागरिकों को लेकर हंगरी की राजधानी बुड़ापेस्ट से छठी उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी केंद्र में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी नें यूक्रेन से सुरक्षित निकाले गए भारतीये नागरिकों का स्वागत किया और उनसे बात चीत की। और उनका चाल जाना यूक्रेन से वतन वापसी कर भारतीय छात्रों ने कहां व्यवस्था एक दम सही है, हमारे परिवार चिंतित थे और जंग के बीच में से सुरक्षित निकालने के लिए उन्होंने भारत सरकार को धन्यवाद कहा और वहां कैसे हालात है यह भी बताया। गौरतलब है कि रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए लगातार बमबारी कर रही है। वही खरकीब में भी भीषण युद्ध जारी है, जहां कई भारतीय नागरिकों से हुए हैं।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने मिशन गंगा चलाया?
वहां से उन्हें निकालना बेहद मुश्किल काम बना हुआ है, भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही हैं. की एक एक भारतीय नागरिक को देश सुरक्षित वापस लाया जा सके। बतादे विदेश में तिरंगे की ताकत क्या है ये युद्ध ग्रस्त यूक्रेन से स्वदेश लौटे छात्र-छात्राओं की बातों से पता लगा है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक ऐसे कई वीडियो सामने आ रहे हैं, जिनमें तिरंगा लगी गाड़ी देख यूक्रेनी और रूसी सैनिक गोली बारी रोकते रहे हैं। इतना ही नहीं भारतीय छात्रों को रास्ता भी दिखाया जा रहा है, भारत लौटे छात्रों का भी कहना है कि तिरंगे की वजह से वह सुरक्षित वापस स्वदेश लौट सकें हैं। तो वही यूएनएससी के बाद UNGA के 11वें आपातकालीन सत्र में भारत ने रूस के खिलाफ वोटिंग से दूरी बना ली है, तो इसके साथ ही आपको बता दें कि भारत नें यूक्रेन से सटे इलाकों में 24 घंटे के नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं। ताकि इन देशों के जरिए भारतीय नागरिकों को निकाला जा सके, भारत नें यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वहां से निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा मिशन शुरू किया हुआ है। इस मिशन के तहत अब तक 6 एयर इंडिया के विमान भारतीय नागरिकों को लेकर वतन वापसी कर चुके हैं।