देश में कोयले की संकट के बीच रेलवे ने बड़ा फैसला लिया मई के महीने में बिजली संकट ना हो इसके लिए भारतीय रेलवे ने बड़ा प्लान तैयार किया है। देश के कई हिस्सों में गर्मी लगातार रिकॉर्ड तोड़ रही है और बिजली की मांग को बढ़ा रही है। कई इलाकों में लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है आशंका है कि मई महीने में भी बिजली का संकट और गहरा सकता है। लिहाजा पावर प्लांट में कोयले की कमी ना हो इसके लिए रेलवे की तरफ से कई अहम फैसले लिए गए हैं बिजली घरों तक समय से कोयला पहुंचेगी इसके लिए रेलवे पूरी तरह कमर कस चुका है। कोयले की आपूर्ति करने के लिए रेलों की संख्या बढ़ाई जा रही है ट्रैक पर ट्रैफिक कम हो इसके लिए यात्री ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है। इस बार रेलवे विभाग नें करीब 11,100 ट्रेनों को फिर से कैंसिल किया है पैसेंजर गाड़ियों क़े फेरे में कटौती के साथ-साथ माल गाड़ियों की संख्या बढ़ाई गई। देश में बिजली संकट का मुकाबला करने के लिए रेलवे ने देश के अलग-अलग बिजली प्लांट्स में कोयले के परिवहन के लिए 86 फीसदी तक ओपन वैगन को तैनात किया है।
रेलवे ने क्यों रद्द की 1,100 ट्रेने इससे यात्रियों पर कितना पड़ेगा असर ?
सूत्रों के मुताबिक कोयला ले जाने के लिए रेलवे बोगियों की मरम्मत भी देरी से करा रहा है जिन्हें पहले 7 हजार 500 किलो मीटर चलने के बाद मरम्मत के लिए भेजा जाता था। अब उनकी 10 हजार किलो मीटर चलने के बाद मरम्मत कराई जा रही है, एक रिपोर्ट के हवाले से जानकारी है कि रेलवे के पास करीब 3 लाख 42 हजार 862 वैगन है। जिनमें 1 लाख 31 हजार 403 ओपन वैगन है, 3 हजार 636 ऐसे वैगन है जिन्हे 2 मई तक मरम्मत की जरूरत है। पावर प्लांट्स की मांग को पूरा करने के लिए रेलवे रोजाना औसतन 28 हजार 470 वैगन कों कोयला ढोने के लिए इस्तेमाल कर रहा है। एक कोयला ट्रेन में आम-तौर पर 84 वैगन होते है रेलवे ने परिवहन में तेजी लाने के लिए झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मध्य-प्रदेश जैसे राज्यों में 122 जगहों पर 3-5 ट्रेनों को एक साथ चलाने के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों का उपयोग करने का एक बेहतर तरीका इस्तेमाल किया है। रद्द ट्रेनों में मेल एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेने शामिल हैं 24 मई तक कम से कम 11100 ट्रेनें रद्द रहेगी। जिसमें मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की 500 ट्रिप शामिल हैं, जबकि पैसेंजर ट्रेनों की 580 ट्रिप शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इन गाड़ियों को इस इसलिए रद्द किया गया ताकि थर्मल पावर प्लांट्स कों अप्लाई के लिए लें जा रहे कोयले से लदी माल गाड़ियों को आसानी से रास्ता दिया जा सके जिससे कोयला समय पर पहुंच सके।