क्रिकेट की पिच से सीधे सियासत की पिच में एंट्री मारने वाले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू रोड रेज मामले में आज पटियाला की एक स्थानीय अदालत में सरेंडर करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने रोड रेज मामले में सिद्धू को 1 साल की सजा सुना दी है. सिद्धू को सजा सुनाए जाने पर सियासत भी तेज हो गई है। दरअसल कोर्ट का फैसला आने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर रवाना हो गए थे, हालांकि बाद में वह अपने पटियाला स्थित घर पर वापस आ गए। यह संकेत है कि नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला में आत्मसमर्पण करना चाहते हैं। दरअसल पटियाला जेल कों पंजाब के अन्य जिलों के मुक़ाबले ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। वहीं पटियाला जिला कांग्रेस के अध्यक्ष नरिंदर पाल लाली नें पार्टी समर्थकों से अपील की है कि सुबह 9:30 बजे तक कोर्ट परिसर में पहुंच गए साथ ही बताया कि नवजोत सिंह सिद्धू कोर्ट में सुबह 10:00 बजे तक पहुंचेंगे।
हत्या के मामले में नवजोत सिंह सिद्धू को 1 साल का कारावास
सूत्रों के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू के शीर्ष अदालत के समक्ष एक क्यूरेटिव पिटिशन दायर करने की भी उम्मीद है। हालांकि यह एक समानांतर कार्रवाई है. जो उन्हें आत्मसमर्पण से बचने में मदद नहीं करेगी। बता दें कि 27 दिसंबर 1988 को सिद्धू का पटियाला में पार्किंग को लेकर 65 साल के एक बुजुर्ग गुरनाम सिंह से झगड़ा हो गया था। नवजोत सिंह सिद्धू ने उन्हें मुक्का मारा था, जिसमें वह जख्मी हो गए थे और अस्पताल ले जाते समय उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। उस मामले में गठित डॉक्टर की रिपोर्ट में मौत का कारण सिर में आई चोट कार्डियन कंडीशन को बताया था। उनकी मौत के बाद नवजोत सिंह सिद्धू के ख़िलाफ़ केस फाइल हुई उन पर मारपीट और गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया। यह मामला तभी से चलता रहा है और अब 34 साल के बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 1 साल के कारावास की सजा सुनाई है।