पंजाब की राजनीति (Punjab politics) में पिछले कुछ महीनों से हालात अच्छे नहीं है। पंजाब (Punjab politics) में आए दिन कोई न कोई नया बखेड़ा शुरू हो जाता है। नवजोत सिंह सिद्धू से लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सभी आपसी मतभेद में लगे हैं। इन दोनों के मतभेद के चलते कांग्रेस की पकड़ पंजाब में आगामी चुनाव (Punjab politics) में ढीली पड़ सकती है। कुछ दिन पहले कांग्रेस ने पंजाब का अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को नियुक्त कर दिया था।
कैप्टेन के मंत्री हो रहे है बागी
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अब पंजाब (Punjab politics) में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ ही उनके मंत्री बागी होने पर उतारू हो चुके। मंत्री, कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाखुश दिख रहे हैं और इस्तीफे तक की मांग करने लगे। इस हंगामे के बीच कांग्रेसी नेता और सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बोल रहे मंत्रियों पर जमकर बरसे। रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि जिन मंत्रियों को कैप्टन पसंद नहीं है वह मंत्री अपना इस्तीफा दे। उन्होंने कहा कि उन्हें पहले खुद कुर्बानी देनी जरूरी है।
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हाईकमान से तीन चार बार हो चुकी है बातचीत
पत्रकारों से बातचीत के दौरान बिट्टू ने कहा कि बीते 4 महीने से संतुष्टि को लेकर हाईकमान से तीन चार बार बातचीत हो चुकी। खड़के कमेटी, राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने भी सभी की बातों को सुना है। लेकिन जब राज्य में चुनाव नजदीक हो रहा है तो तमाशा शुरू कर दिया गया है। रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि आज जो भी नेता कैप्टन के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं वही मंत्री उन्हीं की सरकार में साढ़े 4 साल तक मंत्री क्यों बने रहे?
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साढ़े चार साल बाद क्यों हो रहे है बागी ?
उन्होंने कहा कि इन मंत्रियों ने बीते साढ़े 4 साल में कैप्टन के बेहद करीबी बनी रहे और अचानक से ऐसा क्या हो गया जो कैप्टन के अधीन काम करने से मना कर रहे हैं। रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आरोप लगाया जा रहा है की साढ़े 4 साल में उन्होंने कोई काम पूरा नहीं किया। लेकिन वह मंत्री आज विरोध कर रहे हैं जो साढ़े 4 साल तक कैप्टन सरकार (Punjab politics) में मंत्री बने रहे। कैप्टन अमरिंदर सिंह साडे 4 साल में कोई काम नहीं किया उसके पहले इन मंत्रियों ने आवाज क्यों नहीं उठाई?
चुनाव के समय सड़क पर तमाशा कांग्रेस को पड़ सकता है भारी
आपको बता दें कि चुनाव नजदीक आ रहा है इसलिए सारा दोष अब मुख्यमंत्री पर लगाया जा रहा है। 2022 की पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab politics) की परिस्थिति के बारे में रवनीत सिंह बिट्टू ने बताया कि पंजाब में जनता 2017 में 80 सीटों की ताकत कांग्रेस को थी और 8 सीटों के साथ लोकसभा में भी मजबूती प्रदान किया था।
बीते 4 साल के दौरान कांग्रेस के आस पास कोई भी पार्टी नहीं टिकी है और लोग अगली बार भी कांग्रेस को ही सत्ता देने वाले है। रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा की सड़कों पर झगड़ा (Punjab politics) दिखा कर अपना तमाशा बना रहे पार्टी के नेता हाथों में आ रही सप्ताह को गवाने की चाह में है। रवनीत के मुताबिक अभी भी समय है और इस हालात को सुधारा जा सकता है।
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