विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम इतिहास रचने से चूक गई। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसकी सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचने का मौका भी भारत के हाथ से निकल गया केपटाउन में खेले गए सीरीज के तीसरे और निर्णायक मैच में भारत को चौथे दिन करारी हार झेलनी पड़ी। आखरी मैच 7 विकेट से जीतकर मेजबान ने सीरीज 2-1 से जीत ली। इस हार के बाद भारतीय बल्लेबाजी सवालों के घेरे में आ गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में टेस्ट कप्तान विराट कोहली से सवाल किया गया कि दो बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा लंबे समय से फॉम में नहीं है ऐसे में आखिर उन्हें कब तक मौके दिए जाएंगे। इन दोनों खिलाड़ियों को और कब तक प्लेइंग इलेवन में बनाए रखने का विचार है। ईश्वर टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने कहा टीम में कौन चुना जाएगा और कौन नहीं इसका जवाब मैं नहीं दे सकता टीम चुनना मेरा काम नहीं है। यह सवाल आप चयनकर्ताओं से पूछें अगर चयनकर्ता उन्हें टीम में रखेंगे तो हम दोनों खिलाड़ियों को पूरा समर्थन देंगे। दोनों ने भारत के लिए अहम योगदान दिया है। यानी कोहली ने चतुराई से चेतन शर्मा और उनके सिलेक्शन पैनल के पालें में गेंद डाल दी।

चेतेश्वर पुजारा-अजिंक्य रहने का खराब फॉर्म जारी!
भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने आगे प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा इसमें कोई संदेह नहीं कि सीरीज में हमारे हार का कारण हमारी खराब बैटिंग रही। पिछले दो मैचों में हमारी बल्लेबाजी ने हमें बहुत निराश किया निश्चित रूप से अब इस पर ध्यान देना होगा। साथ ही कोहली ने कहा महत्वपूर्ण क्षणों में भारत के ओर से एकाग्रता में कमी आई उनका मानना है दक्षिण अफ्रीका में उन महत्वपूर्ण क्षणों में बेहतर प्रदर्शन किया पूरी तरह से जीत के हकदार भी रहे। कोहली का मानना है भारत ने 30 से 35 मिनट खराब बल्लेबाजी की और इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। बल्लेबाजों के प्रदर्शन की बात करें तो सिर्फ तीन बल्लेबाज 30 से ज्यादा की औसत से रन बना पाए विराट कोहली नें 40.25 केएल राहुल 37.06 और ऋषभ पंत नें 37.02 की औसत से रन बनाए। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा को आगे आने वाली सीरीज में मौके मिलते हैं या नहीं।

अजिंक्य रहाणे- चेतेश्वर पुजारा की बल्लेबाजी पर विराट कोहली का बड़ा बयान।
चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे टेस्ट क्रिकेट में बड़ा नाम है। ऐसे में उनको प्लेइंग इलेवन से बाहर करना काफ़ी बड़ी बात होंगी अगर स्क्वाड में उनको न शामिल किया जाए तो ये चयनकर्ताओं की करामात होगी। बतादें भारत में खराब फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा पर भरोसा किया क्योंकि अनुभव की जरूरत थी लेकिन यह अनुभव काम नहीं आया मध्यक्रम में कमजोरी के कारण टीम इंडिया को ऐसी सीरीज गंवानी पड़ी जो उसे गवानी नहीं चाहिए थी। इन बातों से हर समय बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की जा सकती खास तौर पर कम आराम मिलने पर बल्लेबाजों के तुरंत पवेलियन लौटने पर गेंदबाजों दोनों पारियों में लगातार लंबे लंबे स्पैल करने पड़े। आपको बता दें अजिंक्य रहाणे केपटाउन टेस्ट के दोनों पारियों में 10 रन ही बना सकें। वही चेतेश्वर पुजारा ने जरूर पहली पारी में 43 रन का योगदान दिया लेकिन दूसरी पारी में उनके बदले से केवल 9 रन ही निकले इसके अलावा भारतीय बल्लेबाज दूसरी पारी में केवल 198 रन बना पाये।