जबसे मोदी सरकार सरकार ने तीन नए कृषि कानून लाई तबसे देश के किसानों ने अपनी नराजगी जाहिर करनी शुरू कर दी। शुरुआत में तो सिर्फ स्थानीय जगहों पर ही आंदोलन और विरोध प्रदर्शन होता रहा लेकिन धीरे – धीरे ये प्रदर्शन बढ़ता गया। पंजाब से शुरू हुआ प्रदर्शन हरियाणा होते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक आ पहुंचा।
अब किसनों ने अपनी बात मनवाने के लिए सरकार पर दबाव बनाना शुरू किया लेकिन सरकार पहले तो किसानों को नजरअंदाज करती रही। लेकिन किसानों ने फिर अपनी ताकत दिखानी शुरू की और स्थानीय प्रदर्शनों को अब देश की राजधानी की तरफ लेकर जाने का फैसला किया। फिर क्या था रात हो या दिन किसानों ने भारी संख्या में देश की राजधानी दिल्ली की तरफ कूच करना शुरू कर दिया। और करीब 6 महीने से किसान दिल्ली में जमे हुए है। इसी बीच हमने 26 जनवरी की घटना भी देखीं जिससे पूरा देश शर्मशार हुआ था। खैर ये सब रही पुरानी बाते।
ताजा खबरों की बात करे तो कल यानी की 26 मई को किसान काला दिवस के रूप में मनाने वाले है। राकेश टिकैत ने एलान करते हुए कहा की सभी किसान जो जहा है वही अपने ट्रेक्टर और घर के छतों पर काला झंडा लगाएंगे। काला दिवस मानाने का कार्यक्रम कल सुबह 9 और 10 के बीच शुरू होगा। टिकैत ने कहा की कोरोना को देखते हुए हम कोई सभा का आयोजन नहीं करेंगे। हम भीड़ जुटाना नहीं चाहते है इसलिए जो जहा है वही काला झंडा अपने ट्रेक्टर और घर पर लगाए। इस दौरान हम सरकार का पुतला भी जलायेगे।
राकेश टिकैत ने कहा की मुझे जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है। मेरे पास फ़ोन आ रहे है रंगदारी मांगा जा रहा है और मुझे मारने की धमकी भी दी जा रही है। मुझे व्हाट्सअप पर अश्लील वीडियो और गली – गलौज भी भेजा जा रहा है। रंगदारी नहीं देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी जा रही है। टिकैत ने कहा कुछ वीडिओ के साथ छेड़छाड़ कर के अश्लील वीडियो बनाया गया है जिसको मुझे भेजा जा रहा है और उसको वायरल करने की धमकी भी मिल रही है। भाकियू के गाज़ियाबाद जिला के प्रभारी जय कुमार मालिक ने इसके संदर्भ में कौशाम्बी थाने में मामला दर्ज कराया है।
किसानों के समर्थन में नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी बेटी ने अपने घर पर लगाया काला झंडा। देखे तस्वीरें-