मोदी कैबिनेट के विस्तार से ठीक कुछ देर पहले कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद से इस्तीफा मांग लिया जाता है। इनके साथ अन्य कई मंत्रियों ने भी इस्तीफा दिया था। इसमें प्रकाश जावड़ेकर और डॉक्टर हर्षवर्धन का भी नाम शामिल है। रविशंकर प्रसाद की स्थिति के बाद लोग कयास लगाने लगे थे कि अब उनका अगला कदम क्या होगा और उनको कौन सी जिम्मेदारी दी जा सकती है। बहुत से लोगों ने यह भी कहा कि उनका राजनीतिक कैरियर शायद अब खतरे में पड़ सकता है।
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रविशंकर बन सकते है तमिलनाडु के राज्यपाल
लेकिन कुछ सूत्रों के खबर के मुताबिक ऐसी जानकारी प्राप्त हो रही है कि रविशंकर प्रसाद को तमिलनाडु का राज्यपाल बनाया जा सकता है। खबर यहां तक है किस का फैसला हो चुका है बस औपचारिक ऐलान होना बाकी है। लेकिन इस खबर पर सरकार या किसी संगठन के द्वारा अब तक कोई भी जानकारी नहीं प्राप्त हुई है। तमिलनाडु में इस वक्त बनवारीलाल पुरोहित गवर्नर है।
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कुछ पार्टी सूत्रों के मुताबिक अगले साल उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। इन चुनावों में रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर को राष्ट्रीय महासचिव या उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है। रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावेडकर पार्टी संगठन में अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
रविशंकर का कैसा रहा है राजनीतिक कैरियर
रविशंकर प्रसाद की बात करें अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में भी कोयला मंत्रालय, कानून व न्याय मंत्रालय, सूचना व प्रसारण मंत्रालय की जिम्मेदारी को निभा चुके हैं। रविशंकर प्रसाद पटना साहिब से लोकसभा सांसद है। प्रकाश जावड़ेकर की बात करें तो वह भी मोदी मंत्रिमंडल में संसदीय कार्य मंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्री, भारी उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम मंत्री, जलवायु और परिवर्तन मंत्री, सूचना व प्रसारण मंत्री रह चुके है।
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