देश में दूसरी लहर कि भयावह स्थिति देखकर हर कोई चिंतित हो गया था। लेकिन अब तीसरी लहर की आहट सुनकर लोग फिर से घबराने लगे। क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि इस तीसरी लहर में सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे होने वाले हैं। ऐसे में सरकार के सामने बड़ी चुनौती है कि इस लहर के आने से पहले इन बच्चों को टीकाकरण करा दिया जाए।
भारत में 1 मई 2021 से 18 साल से ऊपर सभी लोगों को वैक्सीन लगाने का कार्यक्रम शुरू कर दिया गया। लेकिन ऐसे में बड़ा सवाल है कि 12 से 18 साल के बीच के बच्चों को वैक्सीन कब लगेगी। सरकार जाइडस कैडिला की डीएनए वैक्सीन पर चर्चा कर रही है। इस वैक्सीन को बहुत जल्द आपात इस्तेमाल की अनुमति मिलने के बाद बच्चों को भी देने की शुरुआत की जा सकती है।
सितम्बर अक्टूबर में लग सकती है वैक्सीन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक बच्चों को इस टीकाकरण अभियान में शामिल करने की योजना बनाई जा चुकी है सितंबर माह में को कोवाक्सिन का परीक्षण पूरा हो जाएगा। इस समय 2 से 18 साल के उम्र वाले बच्चों पर इसका परीक्षण चल रहा है। इस परीक्षण के परिणाम आने के बाद उम्मीद है कि 12 साल से कम आयु वालों को भी सितंबर अक्टूबर माह से टीकाकरण में शामिल कर लिया जाएगा।
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जाइडस कैडिला को अब तक आपात इस्तेमाल की अनुमति नहीं मिली है लेकिन कंपनी ने वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया है। कंपनी ने बताया कि अगले 3 माह में करीब तीन से चार करोड़ खुराक उपलब्ध हो जाएगी।
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