यूक्रेन में फंसे छात्रों को लाने के लिए अब भारतीय वायु सेना (C-17 Globemaster) की मदद ली जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) में एयर फोर्स को भी शामिल करने का आदेश दिया है। पीएम मोदी के इस आदेश के बाद भारतीय वायु सेना के C-17 Globemaster को ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) में शामिल कर दिया गया है। C-17 ग्लोबमास्टर विश्व के बड़े मालवाहक जहाजों में से एक माना जाता है। C-17 Globemaster का बाहरी ढांचा बेहद मजबूत है। इस विमान के बाहरी ढांचे पर राइफल और छोटे हथियारों की फायरिंग का कोई भी असर नहीं होता।
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मुश्किल समय में भी आसान लैंडिंग करने में सक्षम है C-17 Globemaster
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बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर लद्दाख, उत्तर पूर्वी सीमा, कारगिल और अन्य उत्तरी सीमाओं में कठिन परिस्थितियों के दौरान भी आसानी से लैंडिंग करने में सक्षम है। बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर के लैंडिंग के दौरान किसी परेशानी के होने की परिस्थिति में इसमें रिवर्स गियर का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। यह विमान चार इंजनों से लैस है।
First four #IAF C-17 aircraft under #OperationGanga evacuated 798 Indian nationals using airfields in Romania, Hungary & Poland. They also supplied 9.7 tons relief material. pic.twitter.com/c6gRUQcnhT
— Indian Air Force (@IAF_MCC) March 3, 2022
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एक बार में 500 से 700 लोगों को कर सकता है एयरलिफ्ट
भारतीय वायु सेना के C-17 Globemaster मालवाहक विमान के जरिए एक बार में ही 500 से 700 छात्रों को एअरलिफ्ट आसानी से किया जा सकता है। किसी भी मुश्किल परिस्थिति में ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगह एअरलिफ्ट करने के लिए हमेशा C-17 ग्लोबमास्टर की मदद ली जाती रही है। एक बार फिर C-17 ग्लोबमास्टर भारतीय छात्रों को यूक्रेन से स्वदेश लाने के लिए इस्तेमाल में लिया गया है। C-17 ग्लोबमास्टर हमेशा से मुश्किल परिस्थितियों में संकट मोचन के तौर पर देखा गया है।
C-17 Globemaster कब – कब मुश्किल परिस्थितियों में आया है काम
1. कोरोना काल में जब अप्रैल 2021 में पूरे देश में ऑक्सीजन की कमी होने लगी तो उस दौरान ऑक्सीजन के टैंकरों को देश में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए भी C-17 Globemaster विमान का ही सहारा लिया गया था।
2. जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा करना शुरू किया तो अगस्त 2021 में भी C-17 ग्लोबमास्टर विमान की सहायता से काबुल से करीब 600 भारतीयों को सुरक्षित भारत में एअरलिफ्ट किया गया था।
3. बिहार में जब 8 साल पहले बाढ़ आई थी, तब इस विमान के जरिए दिल्ली से डॉक्टरों की टीम भेजी गई थी। बाद में इस ग्लोबमास्टर को अस्पताल के रूप में बदल दिया गया था।
4. अक्टूबर 2020 में जब चीन और भारत के बीच तनातनी शुरू हुई तो इस विमान के जरिए सीमा की सुरक्षा में लगे सैनिकों के लिए जरूरी सामग्री चीन के बॉर्डर तक पहुंचाया गया था।
5. हिमाचल, उत्तराखंड, काठमांडू, बिहार आदि जगहों पर आपदा के समय भी भारतीय वायु सेना ने इस विमान के जरिए लोगों तक मदद पहुंचाई थी।
6. फिलीपींस में 2013 के दौरान आए तूफान के समय अमेरिका ने इसी बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर के जरिए 670 लोगों को सुरक्षित एअरलिफ्ट किया था।
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