आज राष्ट्रपति महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) का 152 वा जन्म दिवस है। महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था। आज शनिवार है 2 अक्टूबर भी है और हम आपको बता दें जब महात्मा गांधी का जन्म हुआ था तो उस दिन भी शनिवार ही था। गांधी जी (Mahatma Gandhi) का जन्म गुजरात के पोरबंदर कस्बे में चुने से पुते एक छोटे से घर में हुआ था। छोटे से घर में गुजी किलकारी काबा गांधी और पुतलीबाई के सबसे छोटे बेटे मुनिया की थी। यही मुनिया बाद में बड़ा होकर भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
Mahatma Gandhi ने पूरी दुनिया को पढ़ाया अहिंसा का पाठ
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हम सभी जानते हैं गांधी जी ने पूरी दुनिया को सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाया था। गांधी जी (Mahatma Gandhi) ने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को अहिंसा के जरिए आंदोलन करने का एक सफल रास्ता दिखाया था। गांधी जी का ऐसा प्रभाव था कि वह आज भी उनके दिखाए रास्ते पर लोग चलते हैं और गांधीजी से प्रेरणा लेते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी मोदी से किया था Mahatma Gandhi का जिक्र
कुछ दिन पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी यात्रा पर थे तब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मोदी से बातचीत के दौरान महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) का जिक्र किया था। उन दोनों नेताओं ने यह माना कि आज भी दुनिया को महात्मा गांधी के अहिंसा, सम्मान, सहिष्णुता के संदेश की पहल पहले से कहीं ज्यादा करने की जरूरत है।
21 जनवरी 2017 को अमेरिका के वाशिंगटन में हुई महिला मार्च अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा मानवाधिकार विरोध प्रदर्शन के रूप में शामिल हुआ था। इस प्रदर्शन के दौरान जिसमें 500 से अधिक शहरों में करीब 33,00,000 प्रदर्शनकारियों ने हिस्सा लिया। इस पूरे मार्च के दौरान एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई और ना ही हिंसा का एक भी मामला सामने आया था।
5 बार Mahatma Gandhi को नोबेल पुरस्कार के चुना गया था
महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में हम बात करेंगे। महात्मा गांधी एक ऐसे शख्स थे जिन्हें पूरी दुनिया अपने प्रेरणा स्रोत के रूप में मानती है। महात्मा गांधी को पांच बार नोबेल पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया था। 5 बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित होने के बावजूद भी उन्हें शांति पुरस्कार से नहीं नवाजा गया था।
नोबेल पुरस्कार समिति में सदस्यों ने अपनी गलती पर 40 साल बाद मांगी माफ़ी
महात्मा गांधी को 1937, 1938, 1939, 1947 और 1948 में उनकी हत्या होने से कुछ दिन पहले ही नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को नोबेल पुरस्कार नहीं मिल सका। लेकिन जब दलाई लामा को 1989 में शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा था उस वक्त नोबेल समितियों के सदस्यों ने अपनी इस गलती पर सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त किया और दलाई लामा को शांति पुरस्कार देते वक्त कहा महात्मा गांधी की स्मृति में एक श्रद्धांजलि है।
1946 में महात्मा गांधी की तस्वीर को 100 साल की तस्वीरों में से एक माना था टाइम्स मैगजीन के मुताबिक गांधी जी की तस्वीर उनमें से एक थे जिन्होंने दुनिया के जरिए गांधी ने स्वदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया और भारतीय भारत के सभी लोगों में देशभक्ति की भावना जगाने का काम किया था।
गाँधी जी द्वारा लिए गए 6 सबसे विवादित फैसले
गांधी जी के आज हम उनके 6 फैसलों के बारे में बताएंगे जिसको लेकर आज भी विवाद होता है। आइए जानते हैं वह 6 विवादित फैसले कौन से थे।
1. गांधी जी सरदार वल्लभ भाई पटेल की जगह जवाहरलाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनवाने के लिए पूरा जोर दिया था।
2. सुभाष चंद्र बोस को दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष चुना जा रहा था तो इसका पुरजोर विरोध महात्मा गांधी ने किया था।
3. चौरी चौरा कांड तो आप सभी ने सुना होगा और कहा जाता है कि गांधीजी ने इस चौरा चौरी कांड के बाद से गाँधी जी अपना असहयोग आंदोलन वापस ले लिया था।
4. सबसे विवादित फैसला जो आज भी है कि क्या गांधी जी वाकई क्रांतिकारी भगत सिंह को बचा सकते थे?
5. दलितों का आरक्षण और अंबेडकर के साथ पूना पैक्ट विवादित फैसला गांधीजी के लिए आज भी माना जाता है।
6. गांधी जी जब देश का बंटवारा हुआ तो पाकिस्तान को ₹55 करोड़ देने के पक्ष में थे।
3 thoughts on “Mahatma Gandhi Birthday Special : 5 बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित होने के बाद भी गाँधी जी को क्यों नहीं मिला पुरस्कार? मृत्यु के 40 साल बाद नोबेल पुरस्कार समिति ने क्यों मांगी माफ़ी? दलाई लामा के शांति पुरस्कार से गाँधी जी का क्या है संबंध ? गाँधी जी के 6 विवादित फैसले कौन से है?”