पिछले हफ्ते जम्मू टेक्निकल एयरपोर्ट पर Drone Attack के बाद से वायु सेना भारतीय कंपनियों को एंटी ड्रोन सिस्टम खरीदने के लिए रिक्वेस्ट फॉर इनफॉरमेशन (आरएफआई) जारी कर दिया। वायु सेना के द्वारा जारी आरएफआई में कहा गया की यह काउंटर अनआर्म्ड एयरक्राफ्ट सिस्टम ड्रोन को पता लगाने, ट्रैक करने, पहचान कर उसको नष्ट करने में सक्षम होना चाहिए।
Drone Attack के बाद सेना हुई अलर्ट
एयर बेस पर हुए Drone Attack के बाद भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए भारतीय वायुसेना तैयारी करनी शुरू कर दी है। भारतीय वायुसेना Drone Attack के बाद से पूरी तरह से सतर्क है और 10 ड्रोन सिस्टम को खरीदने की कवायद शुरू कर दी है। आरएसआई के अनुसार सिस्टम में ग्लोबल नेवीगेशन सैटलाइट, जैमर सिस्टम के साथ radio-frequency जैमर भी होने चाहिए।
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आपको बता दें यह सभी फीचर इजरायल के ड्रोन डोम सिस्टम से हूबहू मिलते जुलते हैं जो साढ़े 3 किलोमीटर की दूरी से ही छोटे से छोटे टारगेट का पता लगाकर अपनी लेजर तकनीकी की सहायता से मार गिराता है।
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ये होनी चाहिए खूबी
आरएफआई में कहा गया आसपास के पर्यावरण को कम से कम नुकसान हो, मानव रहित विमानों के लिए प्रभावी हो, नो फ्लाइंग जोन को पूरी तरह से बनाए रखने में सक्षम हो, मल्टीसेंसर, मल्टी किल सलूशन भी इसमें शामिल होना चाहिए। जानकारी के अनुसार ड्रोन सिस्टम मुख्य रूप से लेजर आधारित होगा जिसका इस्तेमाल भारतीय वायु सेना अलग अलग एयरबेस पर करेगी।
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