आजकल किसी भी व्यक्ति को कोरोना संक्रमित होना आम बात हो गई है। लोगों के द्वारा थोड़ी सी भी लापरवाही कोरोना का शिकार बना रही है। कोरोना से ठीक हुए लोगों में भी तरह-तरह की बीमारियां (Gangrene)होने लगी हैं। कोरोना से ठीक हुए लोग अन्य बीमारियों की चपेट में आने लगे हैं। बहुत से लोग कोरोना के गंभीर रूप से बीमार नहीं होने की वजह से स्वस्थ जल्दी हो गए जो अच्छी बात रही है। लेकिन कुछ ऐसे रिपोर्ट में सामने आ रहे है कि कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद लोगों में तरह-तरह की बीमारियां दिखने लगी हैं।
कोरोना से ठीक हुए 5 मरीजों में मिली है Gangrene की समस्या
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कुछ महीने पहले कोरोना से ठीक हुए लोगों में ब्लैक फंगस, येलो फंगस, व्हाइट फंगस के शिकार होने की खबरें आ रही थी। लेकिन अब भारत में कोरोना से ठीक हुए लोगों में एक नई प्रकार की बीमारी देखने को मिल रही है जो बेहद घातक है। कुछ रिपोर्ट में यह सामने आया है कि कोरोना से ठीक होने के बाद 5 मरीजों के गाल ब्लैडर में गैंग्रीन (Gangrene) की समस्या पाई गई है।
5 मरीजों के गाल ब्लैडर में मिला है Gangrene
इस समस्या को लेकर दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने पुष्टि करते हुए बताया कि भारत में इस तरह का पहला मामला सामने आया है, जिसमें कोरोना से ठीक होने के बाद इन मरीजों में गाल ब्लैडर में गैंग्रीन (Gangrene) की समस्या पाई गई है। गाल ब्लैडर में गैंग्रीन (Gangrene) की समस्या देखकर चिंताएं काफी बढ़ने लगे लगी है।
मरीजों की जान बचाने के लिए ऑपरेशन ही एक उपाय
कुछ रिपोर्ट के अनुसार कोरोना से ठीक होने के बाद 5 लोगों के अंदर पेट दर्द और उल्टी की शिकायत पाई गई। इन शिकायतों के बाद उनका सिटी स्कैन कराया गया तो पता लगा कि उनकी पित्त की थैली में गैंग्रीन (Gangrene) हो गया है। डॉक्टरों ने ऑपरेशन के जरिए इन पांचों मरीजों की जान तो बचा ली है। लेकिन गैंग्रीन बेहद खतरनाक और घातक बीमारी है।
गैंग्रीन क्या होता है?
गैंग्रीन (Gangrene) एक प्रकार की घातक बीमारी होती है। यह बीमारी शरीर के अंदर तब पाई जाती है जब शरीर के किसी हिस्से के उत्तक नष्ट हो जाते हैं। गैंग्रीन की समस्या इंफेक्शन होने की स्थिति में पाई जाती है। सर गंगा राम अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक जिन से ठीक हुए 5 मरीजों में गैंग्रीन की पुष्टि हुई उनमें से 4 मरीजों की थैली पहले से ही फट चुकी थी और ऐसे में उनकी जान बचाने के लिए एक ही उपाय था और वह सर्जरी थी। जिसके बाद इन चारों मरीजों की सर्जरी करके जान बचाई गई।
कितनी खरतनाक है Gangrene बीमारी ?
गैंग्रीन (Gangrene) बीमारी कितनी खतरनाक हो सकती है इसका अंदाजा इस बात से लगाइए कि यह शरीर के जिस हिस्से में पाया जाता है वह हिस्सा काला या बैंगनी रंग का दिखने लगता है। जिस अंग में गैंग्रीन पाया जाता है वह धीरे धीरे गलने लगते हैं। कुछ विशेषज्ञों के मुताबिक गैंग्रीन का एकमात्र इलाज ऑपरेशन ही होता है। विशेषज्ञों ने बताया कि शरीर के जिस हिस्से में विज्ञान ग्रीन पाया जाता है या उसका असर होता है उस हिस्से को काट कर हम शरीर से बाहर कर देते हैं।
इन लक्षणों को न करे नजरअंदाज
अगर आपको भी कोरोना हुआ है और आप कोरोना से ठीक हो चुके हैं तो विशेषज्ञों के मुताबिक बताएं इन लक्षणों को नजरअंदाज भूल कर भी मत करिएगा। इन लक्षणों में पेट में दर्द, उल्टी और भूख कम लगना है। अगर यह लक्षण आपको भी आ रहे हैं तो इसको नजरअंदाज बिल्कुल नहीं करिए और तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह ले।
किन मरीजों को गैंग्रीन होने की सम्भावना ज्यादा है ?
वैसे अमूमन गैंग्रीन (Gangrene) बीमारी डायबिटीज, एचआईवी संक्रमण, वैस्कुलर डिजीज इसके मरीजों तथा लंबे समय तक भूखे रहने वाले लोगों में पाया जाता है। अगर इनमें से किसी भी बीमारी से ग्रसित हैं और आप कोरोना से ठीक हुए हैं तो आपको बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। कोई भी लक्षण अगर आपको दिख रहे हैं तुरंत डॉक्टर की सलाह लें नजरअंदाज बिल्कुल ना करें।
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