24 जून को देश के प्रधानमंत्री मोदी कश्मीर के नेताओ के साथ मुलाकात करने वाले है। कयास लगाया जा रह यही इस मुलाकात में पीएम मोदी कश्मीर के भविष्य के बारे में चर्चा कर सकते है। राजनितिक दलों के संघठन पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लरेशन ने बहुत ना- नुकुर के बाद पीएम के इस मुलाक़ात पर अपना रुख नरम किया है।
यह भी पढ़े : दुनिया की पहली DNA Covid वैक्सीन ZyCoV-D बनाने की राह पर है भारत की Zydus Cadila
दो साल पहले यानी की 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर का स्पेशल राज्य का दर्जा खत्म कर दिया गया था। इसके बाद इसको दो केंद्र शासित प्रदेश में जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बाटा गया। इस फैसले के बाद से ही घाटी में राजनितिक हालात अस्थिर हो गए थे। इस फैसले के बाद बहुत से नेताओं को नजर बंद लम्बे वक़्त तक रखा गया था।
यह भी पढ़े : अफवाहों को लगा पूर्ण विराम, सीएम योगी पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के घर।
इस बैठक में मोदी और अमित साह का एजेंडा क्या है ?
इस बैठक को लेकर कोई ठोस जानकारी तो उपलब्ध नहीं है लेकिन कयास लगाया जा रहा है की बातचीत में कश्मीर के भविष्य पर चर्चा होगी। कुछ लोगों के अनुसार जम्मू – कश्मीर को एक बार फिर पूर्ण राज्य का दर्जा देने को लेकर भी चर्चा हो सकती है। कुछ अधिकारीयों के मुताबिक इस मीटिंग में पोलिटिकल प्रोसेस को मजबूती देने के लिए होगी जिसमे विधानसभा चुनावों की सम्भावना को आंका जाएगा।
यह भी पढ़े : दिल्ली सरकार ने जारी किया कक्षा 9वी और 11वीं का रिजल्ट, ऐसे करे चेक ।
कौन – कौन हो रहा है शामिल ?
इस बैठक में शामिल होने के लिए केंद्र के तरफ से 8 राजनितिक दलों और 14 नेताओं को बुलाया गया है। इस बैठक में पीएम मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद होंगे। इस बैठक में भाजपा के जम्मू कश्मीर यूनिट के मुखिया रविंदर रैना , सीपीएम नेता एमवाय तारिगामी , PDP प्रमुख महबूबा मुफ़्ती , जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के चीफ अल्ताफ बुखारी ,नेशनल कांफ्रेंस सुप्रीमों फारुख अबदुल्ला ,कांग्रेस के जम्मू – कश्मीर यूनिट चीफ जीए मीर, जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला और गुलाब नबी आजाद को बुलाया गया है।
यह भी पढ़े : शरद पवार के घर हो रही बैठक का क्या है एजेंडा ?