कोरोना महामारी के वजह से पढ़ाई का काम पूरी तरह से बाधित रहा है। लंबे इंतजार के बाद उत्तर प्रदेश में स्कूल कॉलेज को दोबारा खोलने की तैयारी शुरू हो गई। उत्तर प्रदेश शासन के आदेश के बाद स्कूलों को 1 जुलाई से फिर से खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
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स्कूल कॉलेज में सिर्फ होंगे प्रशासनिक कार्य
1 जुलाई से खुलने के बाद इन स्कूल कॉलेज में सिर्फ एडमिशन आदि से जुड़े एवं प्रशासनिक कार्य ही होंगे। पठन-पाठन का कार्य अभी भौतिक रूप से इन सभी स्कूलों में बंद रहेगा। 1 जुलाई यानी कि गुरुवार से स्कूल खुलने के बाद सिर्फ शिक्षकों और कर्मचारियों को आने की अनुमति होगी। शासन ने आदेश देते हुए बताया कि स्कूल अभी सिर्फ प्रशासनिक कार्यों और के लिए खोले जाएंगे शिक्षण कार्य अभी स्थगित रहेगा।
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स्कूल खोलने का फैसला इसलिए लिया गया है ताकि बगैर परीक्षा प्रमोट किए गए छात्रों के रजिस्ट्रेशन और एडमिशन का कार्य समय से पूरा किया जा सके। इस स्कूल खोलने के दौरान अध्यापकों को बच्चों में मुफ्त किताबें बांटने का भी काम दिया जाएगा। सभी स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी होगी कि बच्चों का नामांकन समय से पूरा कर लिया जाए।
कक्षाएं ऑनलाइन होंगी संचालित
अभी बच्चों की पढ़ाई को ऑनलाइन मोड में ही कराने का आदेश है। ऑफलाइन यानी कि भौतिक क्लासों का संचालन के लिए शिक्षा विभाग जल्द ही फैसला लेने वाला है। टीचर्स, स्टाफ मेंबर्स के लिए कोरोना से बचाव के सभी जरूरी नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा।
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सभी कर्मचारियों और अध्यापकों को पूरे समय मास्क पहनना जरूरी है। स्कूलों में किसी भी प्रकार की गैदरिंग की इजाजत नहीं दी जाएगी। टीचर्स कोरोना के सभी नियमों का कड़ाई से पालन करेंगे और थर्मल स्कैनिंग और तथा सैनिटाइजेशन आदि का पूरा ध्यान रखेंगे।
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