दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी एक बार फिर खबरों में है। जेएनयू की लाइब्रेरी में तोड़फोड़ करने का प्रकरण सामने आया है। कोरोना महामारी के चलते जेएनयू की लाइब्रेरी बंद थी। खबरों के अनुसार कुछ छात्र जिनकी संख्या लगभग 30 थी वह इस लाइब्रेरी में जबरदस्ती घुसना चाहते थे।
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लाइब्रेरी के शीशे टूटे
इस बंद लाइब्रेरी में उनको घुसने से जब सुरक्षा गार्डो ने रोका इन छात्रों ने गार्डों पर हमला कर दिया। इस हमले के दौरान लाइब्रेरी के शीशे टूट गए। इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने महामारी अधिनियम की धारा 3 और 188 सरकारी आदेश का उल्लंघन करने के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अभी अपनी तफ्तीश कर रही है।
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छात्रों ने किया गार्ड पर हमला
पुलिस के दिए बयान के अनुसार जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी महामारी के कारण छात्रों के लिए बंद थी और 30 से 40 छात्र एक समूह में इकट्ठा होकर इस पुस्तकालय में घुसना चाहते थे। छात्रों ने गेट के सामने खड़ा होकर विरोध किया और गार्ड से लाइब्रेरी के गेट खोलने की अपील की। जब गार्ड ने इस लाइब्रेरी के गेट को खोलने से मना किया तो इन छात्रों ने गार्ड पर हमला कर दिया।
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FIR हुआ दर्ज
एफआईआर के अनुसार विरोध कर रहे और पुस्तकालय में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे छात्रों को तितर-बितर करने के लिए गार्ड ने क्विक रिस्पांस टीम को बुलाया। इन सभी छात्रों के ऊपर आरोप है कि उन्होंने सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट की है। इन सभी ने पुस्तकालय के गेट को लाठियों से पीटना शुरू कर दिया।
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इन छात्रों के हमले की वजह से पुस्तकालय के गेट और शीशे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पुलिस ने बयान में कहा कि छात्रों ने विरोध जारी रखा और गार्ड के साथ हाथापाई की। पुलिस ने कहा कि हम कोविड मानदंडों का उल्लंघन और पुस्तकालय को छतिग्रस्त करने के मामले में एफ आई आर दर्ज कर मामले कि जांच कर रहे है।
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