Mamta Banerjee : देशभर में और पश्चिम बंगाल में कुछ दिनों के बाद दुर्गा पूजा और नवरात्रि महोत्सव मनाया जाएगा। देश में और पश्चिम बंगाल में नवरात्रि का महोत्सव मनाना कोई नई बात नहीं है। पश्चिम बंगाल और देशभर में दुर्गा पूजा की तैयारियां शुरू हो गयी है। लेकिन इस बार की नवरात्रि को लेकर पश्चिम बंगाल में राजनीति शुरू हो गई है। आप सोच रहे होंगे कि नवरात्रि महोत्सव जैसे पावन दिन में राजनीति कैसे शुरू हो सकती है। लेकिन हम आपको बता दें कि राजनीति टीएमसी की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री Mamta Banerjee की प्रतिमा को लेकर शुरू हुई है।
दुर्गा पूजा पंडालों में लगेगी Mamta Banerjee की प्रतिमा
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खबरों के मुताबिक कोलकाता के दुर्गा पूजा पंडालों में देवी की प्रतिमा के साथ Mamta Banerjee की प्रतिमा स्थापित करने की योजना चल रही है। जैसे ही इस योजना की खबर भाजपा के नेताओं को लगी उन्होंने इस पर विरोध करना शुरू कर दिया। भाजपा ने इसे हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ और अपमान बताया है। Mamta Banerjee की प्रतिमा को दुर्गा पूजा पंडालों में देवी मां की प्रतिमा के साथ स्थापित करने को लेकर अब पश्चिम बंगाल में बवाल शुरू हो गया है।
मूर्तिकार ने बताई पूरी कहानी क्यों बनाई Mamta Banerjee की प्रतिमा
प्रख्यात मूर्तिकार मिंटू पाल ने कुमार टोली स्थित अपने स्टूडियो में एक फाइबरग्लास की प्रतिमा बनाई है। इस प्रतिमा में टीएमसी सुप्रीमो Mamta Banerjee की पसंदीदा साड़ी (सफेद रंग की) और ट्रेडमार्क स्लीपर चप्पल में उनकी देवी रूपी प्रतिमा बनाई गई है पीटीआई से शुक्रवार को मूर्तिकार मिंटू पाल ने बातचीत में बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री के फोटो और वीडियो के अध्ययन किया। उसके बाद जिस तरह से चलती है, बातें करती हैं, जनता से मिलती हैं उन सभी चीजों को ध्यान में रखकर प्रतिमा को और उसका मुखड़ा तैयार किया गया है।
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Mamta Banerjee के प्रतिमा में देवी दुर्गा की तरह दर्शाये है 10 हाथ
मूर्तिकार मिंटू पाल ने बताया कि देवी के हाथों में शस्त्र दर्शाने की जगह पर उनके 10 हाथ बनाएं। इन हाथों में मुख्यमंत्री की योजनाओं जैसे कन्याश्री, स्वस्थ सती, रूपा श्री, सबुज साथी, लक्ष्मी भंडार व अन्य को दर्शाने के लिए बनाई गई। उन्होंने बताया दुर्गा पूजा के आयोजक इस योजना के तहत ममता बनर्जी सरकार की विभिन्न योजनाओं का प्रचार प्रसार करने की कोशिश करने वाले हैं।
तीसरी Mamta Banerjee को मुख्यमंत्री चुने जाने पर जश्न मनाने की तैयारी
कोलकाता के शहर के उत्तरी हिस्से केष्टोपुर में उन्नयन समिति के दुर्गा पूजा आयोजक के मुताबिक पूरा भंडार पंडाल लक्ष्मी भंडार पर आधारित रहेगा। राज्य सरकार के द्वारा लक्ष्मी भंडार योजना एक सहायता योजना है। इस योजना के तहत एक घर की महिला मुखिया को प्रतिमाह 500 – ₹1000 की राशि प्रदान की जाती है। सुब्रत दास के मुताबिक भवानीपुर 75 पल्ली पूजा समिति ने Mamta Banerjee की लगातार तीसरी बार सत्ता वापसी का जश्न मनाने के लिए इस बार घर में घर की बेटी की टीम अपनाने का फैसला किया है। भवानीपुर में ममता बनर्जी को भवानीपुर की बेटी बताते हुए कई बैनर लगाए गए है।
West Bengal | 3 committees collaborate to make idol of Goddess Durga resembling CM Mamata Banerjee
"Every person in Bengal considers her as Goddess Durga. The benefits she provided to people haven't been seen in world," says Partha Sarkar, Vice Pres, Nazrul Park Unnayan Samiti pic.twitter.com/wZZzUlUTBc
— ANI (@ANI) September 2, 2021
भाजपा ने Mamta Banerjee के बन रही प्रतिमों पर आपत्ति जताया है
Mamta Banerjee की प्रतिमा देवी रूपी प्रतिमाओं के निर्माण पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है देशभर में दीदी के रूप में प्रसिद्धि पाने वाली ममता बनर्जी की देवी की प्रतिमा लगाने को लेकर भाजपा विरोध जता रहे भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने विरोध जताते हुए ट्वीट किया और उन्होंने लिखा बंगाल में चुनाव के बाद की भीषण हिंसा के पश्चात बनर्जी के हाथों में निर्दोष बंगालियों का खून शामिल है ममता बनर्जी की देवी प्रतिमा की जानकारी है देवी दुर्गा का अपमान है मालवीय ने आगे लिखा ममता बनर्जी को इसे रोकना चाहिए क्योंकि वह हिंदुओं की भावना को आहत कर रही है।
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