उत्तर प्रदेश में आने वाले साल में विधानसभा चुनाव होना है। इस विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का भी दौर शुरू कर दिया है। हर बार के चुनाव की तरह इस बार भी राम मंदिर का मुद्दा फिर से चुनाव के वक्त शुरू होने लगा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी हमला किया है।
यह भी पढ़े : बिहार में चिराग तले हुआ अंधेरा, LJP में चले पर्दे के पीछे ऑपरेशन की पूरी कहानी।
चुनाव से ठीक पहले राम का नाम
हालांकि राम मंदिर निर्माण पर आदेश आने के बाद से लग रहा था कि यह अब चुनावी बयानबाजी से बच जाएगा। लेकिन चुनाव से कुछ वक्त पहले ही राम मंदिर के लिए खरीदे गए जमीन पर घोटाले का आरोप लगाकर मुद्दा को फिर से एक नई मोड़ दे दी गई है। समाजवादी पार्टी के नेता और आम आदमी पार्टी के सांसद दोनों ने राम मंदिर के लिए खरीदे गए जमीन पर घोटाले का आरोप लगा दिया है। इस जमीन के घोटाले पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी बयान दिया।
यह भी पढ़े : BCCI के अध्यक्ष सौरभ गांगुली का मुंबई दौरा , टी 20 विश्वकप पर ले सकते है बड़ा फैसला
जमीन घोटाले पर अखिलेश यादव का बयान
अखिलेश यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देश की जनता ने मान लिया कि राम मंदिर बन रहा है। मगर वहां से भी भ्रष्टाचार की खबरें आ रही। उन्होंने कहा जब तक ऐसी खबरें आ रही हैं तब तक कम से कम ट्रस्ट के सदस्यों को इस्तीफा दे देना चाहिए। अखिलेश यादव ने कहा कि अगर राम मंदिर को लेकर काम चल रहा है और इस पर ऐसे गंभीर आरोप लगे तो बेहतर है कि ट्रस्ट के सदस्य इस्तीफा दें।
यह भी पढ़े : WTC FINAL मैच से पहले न्यूजीलैंड ने बढ़ाई कोहली एंड कंपनी की चिंता, जाने क्या है वजह ?
सरकार पर बोला हमला
अखिलेश यादव ने कहा बीजेपी चाहे जितनी कोशिश कर ले, कितने भी नेताओं को तोड़ ले लेकिन जनता ने इस बार मन बना लिया है कि बीजेपी को सबक सिखाना ही है। यादव ने कहा कि यूपी में ना तो नौकरी है और ना ही किसानों का कर्ज माफ हो रहा है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं, और हर मोर्चे पर उत्तर प्रदेश पीछे हो गया है।
सरकार ने जनता को अनाथ की तरह छोड़ा
अखिलेश यादव ने कहा कि विपक्ष भले ही बटा हुआ है लेकिन जनता ने बीजेपी को अब हटाने का मन बना लिया है। अखिलेश यादव ने मौजूदा सरकार पर आरोप लगाया कोरोना काल में सरकार ने लोगों को अनाथ छोड़ दिया। प्रदेश की जनता दर-दर दवाई ऑक्सीजन के लिए भटकती रही। अखिलेश यादव ने आदित्यनाथ पर हमला करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद अपनी परेशानी में हैं और अपनी कुर्सी बचाने के लिए लखनऊ से दिल्ली और दिल्ली से लखनऊ का चक्कर लगा रहे हैं।
यह भी पढ़े : हार्दिक पटेल को आम आदमी पार्टी गुजरात चुनाव के लिए बना सकती है बड़ा चेहरा।