कोरोना के चलते CBSE ने अपने परीक्षा को रद्द कर दिया था। लेकिन अब इन सभी छात्रों के रिजल्ट के नंबर कैसे दिए जाएंगे इस को लेकर माथापच्ची जारी थी। इसके लिए सरकार ने 13 सदस्यों वाली समिति गठित की थी। 4 जून को सीबीएसई ने एसेसमेंट पॉलिसी चेक करने के लिए 13 लोगों का एक टीम तैयार किया। इस टीम को 10 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट तैयार करना था। इस समिति ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सौंप दी।
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इस तरह तैयार होगा CBSE का रिजल्ट
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सीबीएसई के अनुसार 10वीं ,11वीं और 12वीं के प्री बोर्ड के नंबरों के आधार पर 12वीं के फाइनल रिजल्ट का आधार बनाया जाएगा और नतीजे 31 जुलाई तक घोषित किए जाएंगे। सीबीएसई के अनुसार छात्रों के कक्षा दसवीं के पांच विषय में से जिन भी तीन विषय में सबसे अच्छे नंबर होंगे उसको लिया जाएगा। ठीक इसी तरह कक्षा ग्यारहवीं के पांचों विषयों का एवरेज निकाला जाएगा और 12वीं के हुए प्री बोर्ड एग्जाम्स और प्रैटिकल के नंबर मिलाए जाएंगे।
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30 : 30 : 40 फार्मूला
सीबीएसई बोर्ड ने कहा कि कक्षा दसवीं का 30 परसेंट, कक्षा ग्यारहवीं के नंबर का 30, परसेंट और कक्षा बारहवीं के नंबर का 40 परसेंट(30:30:40 नीति) के आधार पर रिजल्ट के नतीजे तैयार किए जाएंगे। सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि समिति ने परीक्षा की विश्वसनीयता के आधार पर वेटेज पर फैसला किया है। स्कूलों की नीति प्री बोर्ड में ज्यादा अंक देने की है।
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सीबीएससई हजारों स्कूलों में से प्रत्येक के लिए परिणाम समिति गठित करने वाली है जिसमें स्कूल के दो वरिष्ठतम शिक्षक और पड़ोसी स्कूल के शिक्षक मॉडरेशन कमेटी के रूप में कार्य करेंगे और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी स्कूल अपने बच्चों के अंक बढ़ा चढ़ाकर नहीं बताएगा। इस कमेटी का काम पिछले 3 साल में छात्र के अंकों का मूल्यांकन करना होगा।
31 जुलाई तक आएगा रिजल्ट CBSE का रिजल्ट
सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने बताया कि हम 31 जुलाई तक सीबीएसई बोर्ड की कक्षा 12वीं के रिजल्ट परिणाम घोषित करने की तैयारी में है। जिन भी छात्रों को इस रिजल्ट देखने के बाद से संतुष्टि नहीं होगी उनको दोबारा परीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा। इन सभी समस्याओं से निपटने के लिए हम रणनीति बना रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से कहा गया कि सीबीएससी ने इस तरह की पहली बार विकट परिस्थिति का सामना किया है। आईसीएसई बोर्ड ने भी 12वीं के रिजल्ट बनाने की प्रक्रिया से जुड़े नीति सुप्रीम कोर्ट के सामने रखी।
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ICSE भी CBSE की तरह ही करेगा मूल्यांकन
CBSE की तरह ICSE ने भी दसवीं के नंबर जिसमें प्रोजेक्ट और प्रैक्टिकल के नंबर शामिल किए जाएंगे और फिर कक्षा 11वीं और 12वीं के प्रोजेक्ट और प्रैटिकल के नंबर को मिलाकर 12वीं की मार्कशीट बनाने की योजना बनाई है। बीते वर्ष में भी आईसीएसई बोर्ड ने कक्षा बारहवीं के नतीजे इसी नीति के अनुसार घोषित किए थे। आईसीएसई ने कहा कि हम भी 30 जुलाई तक अपने रिजल्ट घोषित करेंगे जिसमें 14.5 लाख स्टूडेंट का रिजल्ट घोषित किया जाएगा लेकिन हम इसमें कोई भी जल्दबाजी नहीं करेंगे। सीबीएसई ओर आईसीएसई बोर्ड की प्रस्तावित मूल्यांकन नीति को आज सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। इसके बाद अब दोनों बोर्ड कक्षा 12वीं के रिजल्ट बनाने की प्रक्रिया पर अब खुलकर काम कर सकेंगे।
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